नोएडा, 8 अगस्त उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। थाना एक्सप्रेस वे पुलिस ने फर्जी स्टांप बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
ये आरोपी पुलिस अधीक्षक के नाम की स्टांप बनाते थे, जबकि नोएडा में पुलिस कमिश्नर बैठते हैं। फर्जीवाड़ा करने के लिए उनके पास सारे तंत्र मौजूद थे, इससे वो आसानी से भोले-भाले लोगों को झांसा देते थे। आरोपी पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर लोगों से पैसों की ठगी किया करते थे।
डीसीपी राम बदन सिंह ने गुरुवार को इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आरोपी 450 रुपए फीस लेकर फर्जी तरीके से दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करते थे। उनके पास पुलिस की मुहर भी थी, इससे लोगों को उन पर भरोसा हो जाता था। सूचना मिलने पर आरोपियों पर कार्रवाई की गई। आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
डीसीपी राम बदन सिंह ने लोगों से जागरूक रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि जब भी आप किसी कर्मचारी को काम पर रखें, तो उसकी पहचान सत्यापित कर लें। उसका नाम, स्थायी और अस्थायी पता, मोबाइल नंबर, आधार नंबर सारी जानकारी करें।
बता दें कि आरोपी बिना किसी भय के लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें लूटते थे। लोगों को लूटने के लिए उन्होंने पुलिस वेरिफिकेशन की तरकीब खोज निकाली। इससे वो लोगों को भरोसे में लेकर पैसे ऐठने में कामयाब हो जाते थे।