N1Live National दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने दागे दो बैलिस्टिक मिसाइल
National

दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के सैन्य अभ्यास के जवाब में उत्तर कोरिया ने दागे दो बैलिस्टिक मिसाइल

North Korea fired two ballistic missiles in response to military exercises by South Korea, America and Japan

सोल, 1 जुलाई । दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को पूर्व की दिशा में दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। कहा गया है कि दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में ये कार्रवाई की गई है।

दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि दक्षिण ह्वांगहे प्रांत के जंगयोन क्षेत्र से सोमवार सुबह करीब 5:05 बजे उत्तर-पूर्वी दिशा में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई। इसके तुरंत बाद सुबह करीब 5:15 बजे एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई। पहली मिसाइल छोटी दूरी क्र थी।

योनहाप समाचार एजेंसी ने इस बारे में और जानकारी नहीं दी कि मिसाइलें कितनी दूर तक गई।

जेसीएस ने मीडिया को बताया, “हमारी सेना उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइल डेटा को अमेरिका और जापानी अधिकारियों के साथ साझा करेगी, हम स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं।”

इससे पहले रविवार को उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान के सैन्य अभ्यास की निंदा करते हुए कहा था कि देश इसके खिलाफ “आक्रामक और भारी” जवाबी कार्रवाई करेगा।

दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान का संयुक्त अभ्यास शनिवार को समाप्त हुआ, इसमें लड़ाकू जेट और युद्धपोत शामिल थे। एक अमेरिकी विमानवाहक पोत भी शामिल था।

इससे पहले उत्तर कोरिया ने बुधवार को पूर्वी सागर की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागे थे।

उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि उसने कई मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, लेकिन दक्षिण कोरिया ने इस दावे को “धोखा” बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा कि प्रक्षेपण विफल हो गया क्योंकि मिसाइल हवा में ही फट गई।

उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पिछले महीने प्योंगयांग में एक शिखर सम्मेलन के दौरान “व्यापक रणनीतिक साझेदारी” संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके बाद प्योंगयांग और मॉस्को के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग को लेकर चिंताओं के बीच यह नवीनतम प्रक्षेपण किया गया।

इस समझौते में यह वादा भी शामिल है कि यदि हमला होता है तो दोनों देश एक-दूसरे की सहायता करेंगे।

Exit mobile version