चंडीगढ़, 9 फरवरी
ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल ने फील्ड स्टाफ की अनुपस्थिति को रोकने के लिए आज डॉक्टरों सहित सभी कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली शुरू करने के आदेश दिए.
मंत्री की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘ऐसा देखा गया है कि फील्ड स्टाफ में बड़ी संख्या में कर्मचारी उनके कार्यालय में मौजूद नहीं होते हैं, जिसके कारण जनता को कठिन समय से गुजरना पड़ता है.’ इसलिए उन्होंने आदेश दिए कि इस माह के अंत तक विभाग के सभी फील्ड कार्यालयों में बायोमीट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू की जाए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एक मार्च से प्रत्येक कर्मचारी मुख्यालय से जुड़ी मशीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायें.
धालीवाल ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम करने वाले डॉक्टरों सहित सभी अधिकारी बायोमेट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे.
सूत्रों ने बताया कि मंत्री के संज्ञान में यह बात आयी थी कि विभाग में कई वर्षों से एक नए प्रकार का रैकेट चल रहा है, जिसके तहत वरिष्ठ अधिकारी काम को आसान बनाने के लिए कर्मचारियों से मासिक रिश्वत लेते हैं, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है.
कई जगहों पर ग्रामीण चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ शिकायत मिली कि वे नियमित रूप से अपने औषधालयों में नहीं आते हैं।
गौरतलब है कि शिक्षा समेत कुछ अन्य विभागों ने कुछ साल पहले ही बायोमीट्रिक हाजिरी प्रणाली लागू कर दी है।
लेकिन कोविड महामारी के प्रकोप के दौरान इसे बंद कर दिया गया था। चंडीगढ़ के कुछ प्रधान कार्यालयों ने पहले ही बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को फिर से शुरू कर दिया है।
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