झारखंड के हजारीबाग में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या के बाद दहशत का आलम इस कदर है कि जिले में इसकी सभी खनन परियोजनाओं में रविवार को कामकाज ठप रहा।
एनटीपीसी के डायरेक्टर (फ्यूल) शिवम श्रीवास्तव और डायरेक्टर (एचआर) अनिल कुमार जादली ने रविवार को झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी से मुलाकात कर वारदात पर कंपनी की ओर से चिंता जाहिर की। उन्होंने वारदात में शामिल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई और कंपनी की परियोजनाओं में कार्यरत कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
हजारीबाग के केरेडारी में एनटीपीसी की खनन परियोजना में डीजीएम (डिस्पैच एंड बिलिंग) के पद पर कार्यरत कुमार गौरव की हत्या अपराधियों ने शनिवार को गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपियों ने वारदात को उस समय अंजाम दिया था जब वे सुबह करीब दस बजे कंपनी की एसयूवी से दफ्तर जा रहे थे। इस वारदात की जांच के लिए बनाई गई एसआईटी अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।
हालांकि, छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बोकारो रेंज के आईजी एस माइकल राज ने रविवार को हजारीबाग के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वारदात के पीछे चाहे जो भी हों, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पुलिस अपराधियों की तलाश में हर संभावित ठिकाने पर छापेमारी कर रही है।
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा है कि अपराधी चाहे जहां छिपे हों, पुलिस उन्हें ढूंढ निकालेगी। हत्याकांड के विरोध में हजारीबाग जिले के पकरी बरवाडीह और केरेडारी चट्टी बरियातू खनन प्रोजेक्ट में रविवार को कोयले का उठाव और ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप रही। इन परियोजनाओं से हर रोज लगभग 15 रैक कोयला देश के विभिन्न ऊर्जा संयंत्रों तक ट्रांसपोर्ट किया जाता है। टंडवा स्थित कंपनी की नॉर्थ कर्णपुरा प्रोजेक्ट के कर्मी भी वारदात को लेकर दहशत में हैं। पिछले दस वर्षों में एनटीपीसी और उसके लिए आउटसोर्सिंग पर काम करने वाली कंपनियों के चार बड़े अफसरों की हत्या हुई है।