दिल्ली के जल और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर और राष्ट्रीय राजधानी में जलजमाव की स्थिति पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान जलजमाव यमुना नदी के बाढ़ का कारण नहीं बल्कि बारिश के पानी के कारण है।
दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने शुक्रवार को दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा है और इसके चलते प्रशासन ने ड्रेनेज सिस्टम को बंद कर दिया ताकि यमुना का पानी सड़क पर न आ पाए। वर्तमान में सड़क पर यमुना का पानी नहीं आया है बल्कि बारिश का पानी आया है। इस समय ट्रैफिक सामान्य रूप से चल रहा है। जलजमाव को लेकर जो भी बातें कही जा रही हैं, वह पूरी तरह गलत है।”
प्रवेश वर्मा ने कहा, “मैंने आज सिविल लाइंस इलाके का जायजा लिया है। एक तरफ यमुना नदी है और दूसरी तरफ सिविल लाइंस का क्षेत्र है। पूरे सिविल लाइंस इलाके में पानी की एक बूंद भी नहीं है। रिंग रोड से सटी सर्विस रोड सड़क के स्तर से 10 फीट नीचे है और बारिश का पानी पंप करके निकाला जा रहा है। यह कहना सही नहीं है कि दिल्ली यमुना नदी में डूब गई है।”
मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा, “रिंग रोड के इस तरफ बसा पूरा बाजार और यहां रहने वाले लोग अनधिकृत रूप से बसे हैं। ये मान्यता प्राप्त कॉलोनियां या बाजार नहीं हैं। चूंकि ये यमुना के बाढ़ क्षेत्र के अंदर बने हैं, इसलिए जब भी नदी का जलस्तर बढ़ता है, पानी स्वाभाविक रूप से इनके घरों में घुस जाता है। इसलिए, यह कहना कि यमुना का पानी दिल्ली में घुस गया है, पूरी तरह गलत और भ्रामक है।”
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर बना हुआ है।
दिल्ली सरकार के बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार सुबह 8 बजे तक पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 207.31 मीटर दर्ज किया गया। यह चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) और खतरे के निशान से काफी ऊपर है।