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प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के दूसरे दिन रामलला की चांदी की मूर्ति का हुआ भ्रमण, महिलाओं ने निकाली जलकलश यात्रा

On the second day of Pran Pratistha ritual, the silver statue of Ramlala was visited, women took out Jalkalash Yatra.

अयोध्या, 18 जनवरी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के दूसरे दिन रामलला की चांदी की मूर्ति को भ्रमण कराया गया है। बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का दूसरा दिन रहा। बुधवार को महिलाओं ने ‘जल कलश यात्रा’ निकाली। इसमें लगभग 500 से अधिक महिलाएं शामिल रहीं।

चांदी की प्रतिमा को मुख्य यजमान बने अनिल मिश्र ने रामलला को पालकी पर पूरे परिसर में घुमाया। इस दौरान काशी से आए विद्वत मंडली ने मंत्रोचार किया। रजत प्रतिमा पर पुष्पवर्षा भी की गई। इस दौरान परिसर को खूब सजाया गया।

अनुष्ठान करा रहे शास्त्री अरुण दीक्षित ने बताया कि कलशयात्रा आज का मुख्य कार्यक्रम था। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान कार्यक्रम के दूसरे दिन की पूजा संपन्न हुई। कलश की पूजा हुई। मां सरयू की पूजा हुई। 22 जनवरी को भगवान अपने मंदिर में विराजमान होंगे उस घड़ी का सबको इंतजार है।

इस दौरान मौजूद एक सदस्य ने बताया कि रामलला की अनुकृति का राम मंदिर परिसर में प्रवेश कराया गया। यह अनुकृति दस किलो की है। असली रामलला की मूर्ति का वजन ज्यादा होने के कारण इस छोटी मूर्ति का नगर भ्रमण और मंदिर प्रवेश कराया गया है। देर शाम रामलला की असली मूर्ति भी राममंदिर पहुंच गई। गुरुवार को रामलला गर्भगृह में पहुंच जाएंगे। इससे पहले यज्ञ मंडप के 16 स्तंभों और चारों द्वारों का पूजन भी हुआ।

प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य आचार्य पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बताया कि 16 स्तंभ 16 देवताओं के प्रतीक हैं। इनमें गणेश, विश्‍वकर्मा, बह्मा, वरुण, अष्टवसु, सोम, वायु देवता को सफेद वस्त्र जबकि सूर्य, विष्णु को लाल वस्त्र, यमराज-नागराज, शिव, अनंत देवता को काले और कुबेर, इंद्र, बृहस्पति को पीले वस्त्र में निरूपित किया जाएगा। इससे पहले श्रीराम नगरी में अयोध्या महानगर की महिलाओं ने सरयू तट से यात्रा का शुभारंभ किया।

श्रीराम की पताका फहराते सिर पर कलश में भरा मां सरयू का जल लेकर महिलाएं राम धुन पर झूमते व राम की जयकार करते निकलीं। यात्रा महापौर गिरीश पति त्रिपाठी के संयोजकत्व में निकाली गई। इसका नेतृत्व महापौर की पत्‍नी रामलक्ष्मी त्रिपाठी ने किया। यात्रा में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की पत्‍नी नम्रता पाठक, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह समेत 500 से अधिक महिलाएं शामिल रहीं।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। समारोह में शामिल होने के लिए देशभर से प्रतिष्ठित लोग आ रहे हैं।

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