करनाल में पश्चिमी यमुना बाईपास पर कर्ण झील के पास गुरुवार तड़के हुई गोलीबारी के बाद पुलिस ने हाल ही में भंबरेहड़ी गांव की महिला सरपंच के ससुर पर गोलीबारी के मामले में शामिल होने के आरोप में एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, एक अन्य संदिग्ध भागने में सफल रहा।
दोनों संदिग्धों ने बुधवार रात को असंध की सीआईए टीम के हेड कांस्टेबल ऋषिराज को भी पानीपत के काबरी गांव में गोली मार दी थी और उनकी स्कॉर्पियो कार लेकर फरार हो गए थे। हेड कांस्टेबल का पानीपत में इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
इसके बाद कर्ण लेक के पास करनाल पुलिस के साथ उनकी मुठभेड़ हुई, पुलिस ने उन्हें रोक लिया, लेकिन उन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की, जिसमें एसएचओ, सिविल लाइन्स, विष्णु मितर और उनकी टीम के सदस्य बाल-बाल बच गए। एक गोली उनकी कार के आगे के शीशे को तोड़ते हुए पीछे की तरफ निकल गई।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने संदिग्धों पर गोलियां चलाईं। इनमें से सोनीपत जिले के लाठ गांव का निवासी सावन गोली लगने से घायल हो गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि भबरहरी गांव का निवासी सुरेश स्कॉर्पियो लेकर घटनास्थल से भागने में सफल रहा।
पुलिस ने बताया कि सावन को इलाज के लिए जिला सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया।
गुरुवार सुबह पुलिस ने स्कॉर्पियो बरामद कर ली, जो गंगर गांव के एक खेत में पलटी हुई मिली।
1 नवंबर को सुरेश और उसके साथियों ने कथित तौर पर भांबरेहड़ी सरपंच के घर में घुसकर उसके ससुर महेंद्र (60) पर गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गया। मुनक थाने में सुरेश और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। करनाल पुलिस ने इस मामले में पहले तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था।
Leave feedback about this