कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-03) पर आज मनाली के निकट आलू ग्राउंड के पास एक ऑल्टो कार (एचपी-58-8048) की एचआरटीसी वोल्वो बस से टक्कर हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार बस मनाली से आ रही थी, जबकि कार कुल्लू की तरफ से आ रही थी, तभी तेज गति के कारण दोनों वाहनों में आमने-सामने की टक्कर हो गई।
कार में सवार मंडी जिले के पद्धर उपमंडल के चुचल गांव के केशव राम (54) मौके पर ही बेहोश हो गए। आसपास के लोगों ने पीड़ित को एंबुलेंस से मनाली अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
विज्ञापन
‘एक व्यर्थ प्रयास’
अगर कुल्लू-मनाली मार्ग को चार लेन का बनाना संभव नहीं था, तो एनएचएआई ने जमीन क्यों अधिग्रहित की और जनता का पैसा क्यों बरबाद किया? अब केवल 37 किलोमीटर का यह हिस्सा ही चार लेन वाले किरतपुर-मनाली एनएच पर दो लेन का है, जो 196 किलोमीटर लंबा है और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मनाली-लेह एनएच को जोड़ता है। – महिंदर, कुल्लू निवासी
इस बीच, कुल्लू और मनाली के निवासियों ने दुख जताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन तक विस्तारित करने के लिए भूमि का अधिग्रहण किया था, लेकिन बाद में भौगोलिक कारणों का हवाला देते हुए इसे केवल दो लेन का ही किया गया।
कुल्लू निवासी महिंदर ने आरोप लगाया, “अगर कुल्लू-मनाली खंड को चार लेन का बनाना संभव नहीं था, तो एनएचएआई ने जमीन क्यों अधिग्रहित की और जनता का पैसा क्यों बर्बाद किया? अब केवल 37 किलोमीटर के इस खंड में ही चार लेन कीरतपुर-मनाली एनएच पर दो लेन हैं, जो 196 किलोमीटर लंबा है और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मनाली-लेह एनएच को जोड़ता है।”
मनाली शहर के पर्यटन लाभार्थी सुशील ने कहा, “2019 में एनएच के चौड़ीकरण और डबल लेन की तारकोल बिछाने का काम पूरा होने के बाद कुल्लू-मनाली एनएच पर जानलेवा दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ गई थी। पिछले साल जुलाई में बाढ़ के कारण सड़क कई हिस्सों में बह गई थी और कई अड़चनें पैदा हुई थीं। इस वजह से इस हिस्से पर आवागमन जोखिम भरा हो गया है।”
कटराई गांव के निवासी धीरज ने कहा कि अब एनएचएआई बाढ़ के बाद एनएच की बहाली की योजना बना रहा है ताकि बाढ़ से होने वाली तबाही को रोका जा सके। उन्होंने कहा, “एनएचएआई को साथ-साथ चार लेन का काम भी करना चाहिए ताकि दुर्घटनाएं कम से कम हों और जनता का पैसा आम लोगों की सुविधा के लिए इस्तेमाल हो सके।”
कुल्लू के विशाल ने आरोप लगाया कि लग्जरी बसें बहुत चौड़ी और तेज़ होती हैं और ये किसी को ओवरटेक करने की अनुमति नहीं देती हैं और आमतौर पर बाधाओं में फंस जाती हैं। उन्होंने कहा, “इससे यात्रियों को अनावश्यक परेशानी होती है।
सड़क को चार लेन तक चौड़ा करने से न केवल आवागमन सुरक्षित होगा बल्कि यात्रा का समय भी कम होगा। इस खंड की भौगोलिक परिस्थितियाँ मंडी-कुल्लू एनएच जैसी ही हैं और अगर इसे चार लेन तक चौड़ा किया जा रहा है, तो कुल्लू-मंडी खंड को भी चौड़ा किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि एनएचएआई द्वारा गहन सर्वेक्षण और परियोजना रिपोर्ट के बाद ही भूमि खरीदी गई होगी और एनएच को चौड़ा करने के लिए केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता थी।