शिमला के कई नालों में लोग लापरवाही से प्लास्टिक की पानी की बोतलें और खाने-पीने की चीजों के रैपर फेंक रहे हैं। इससे जलभराव हो सकता है और जगह गंदी भी दिखती है। अधिकारियों को नालों में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत धर्मशाला में हाल ही में बनाई गई कंक्रीट की अधिकांश सड़कें हाल ही में आए मानसून में क्षतिग्रस्त हो गई हैं। यह आश्चर्य की बात है कि शहर में कंक्रीट की सड़कें, जिनकी आयु एक दशक से अधिक होनी चाहिए, एक भी मानसून नहीं झेल पाई हैं। सरकार को घटिया निर्माण और करदाताओं के पैसे की बर्बादी की जांच का आदेश देना चाहिए। -नीरज शर्मा, धर्मशाला