चरखी दादरी जिले के पिचोपा कलां गांव में अरावली पर्वत से सटे एक खनन स्थल पर चट्टान का एक हिस्सा गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया तथा एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
जबकि ग्रामीणों का दावा है कि यह घटना अवैध खनन के कारण हुई, जिला प्रशासन और खनन और वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और इस दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा कि एक ढीला पत्थर उखड़कर पिचोपा कलां निवासी सुभाष पर गिर गया, जिससे वह घायल हो गया।
घटनास्थल का दौरा करने वाले चरखी दादरी के एसडीएम सुरेश दलाल ने कहा कि खनन स्थल पर कोई ‘चट्टान खिसकने’ की घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “मुझे पता चला है कि एक मजदूर के पैर पर पत्थर गिरने से वह घायल हो गया है। उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया है और उसे भिवानी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, “हमने जांच शुरू कर दी है और जो भी नतीजा आएगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”
हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि खनन स्थल पर सुरक्षा और अन्य मानदंडों का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ग्रामीणों ने पहले भी इस मामले को जिला अधिकारियों के संज्ञान में लाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
खनन अधिकार रखने वाली मेसर्स जय दादा डोहला स्टोन माइंस के एक भागीदार ने आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि एक छोटी सी घटना हुई थी।