बुधवार शाम को पानीपत में आए तेज़ धूल भरे तूफ़ान में एक महिला की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। कई जगहों पर बिजली के खंभे टूट गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली आपूर्ति लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे पानीपत और सोनीपत में बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
जानकारी के अनुसार, इस महीने की शुरूआत में आए पिछले तूफानों के मुकाबले आज आए तूफान की तीव्रता काफी अधिक थी। एलिवेटेड हाईवे पर टोल प्लाजा के शेड क्षतिग्रस्त हो गए। शहर के 8 मरला चौक के पास जाटल रोड पर एक भारी पेड़ गिर गया। छाजपुर गांव में बिजली का खंभा कार पर गिर गया, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई। यहां काबरी रोड पर आंधी-तूफान के कारण एक निर्माणाधीन फैक्ट्री की बिल्डिंग की शटरिंग गिर गई। बिल्डिंग के पास स्कूटी सवार दो व्यक्ति शटरिंग के नीचे दब गए।
अर्जुन नगर की 54 वर्षीय गीता के सिर पर लोहे का एंगल गिरने से उसकी मौत हो गई, जबकि उसका पोता आकाश घायल हो गया। शहर में अलग-अलग जगहों पर आंधी के दौरान पांच घटनाओं में एक महिला समेत कुल सात लोग घायल हुए। सब अर्बन के एक्सईएन आदित्य कुंडू ने बताया कि आंधी की तीव्रता बहुत ज्यादा थी। बिजली के खंभे और तार गिरने से 35 बिजली घरों से आपूर्ति बाधित हुई। शहर में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए यूएचबीवीएन की टीमें तैनात की गईं।
एक्सईएन ने बताया कि तूफ़ान के दौरान कुल 781 बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हुए हैं – 605 मीटर ऊंचाई वाले, 123 11 मीटर ऊंचाई वाले और 53 ऊंचे खंभे। कुंडू ने बताया कि बुधवार शाम को 84 ट्रांसफॉर्मर क्षतिग्रस्त हुए – 100 केवीए के 40, 63 केवीए के 21, 25 केवीए के 13, 16 केवीए का एक और 10 केवीए का एक ट्रांसफॉर्मर।
उन्होंने बताया कि शहरी और ग्रामीण घरेलू आपूर्ति (आरडीएस) फीडरों के सभी बिजली घरों की आपूर्ति बहाल कर दी गई है