नई दिल्ली, 19 दिसंबर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बयान पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लगातार हमलावर हैं। भाजपा विधायक दानिश आजाद अंसारी ने विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब दिया है।
दानिश आजाद अंसारी ने गुरुवार को आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए कहा कि विपक्ष हमेशा डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के साथ खिलवाड़ करता रहा है।
उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष संविधान की बात करता है तो जनता के पास हंसने के सिवा कुछ नहीं होगा। हमारी प्रदेश की सम्मानित जनता ने देखा है कि किस तरह से समाजवादी पार्टी के शासनकाल में 2012 से लेकर 2017 तक बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान को तार-तार किया गया।”
यूपी के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सपा के लोगों में उत्तर प्रदेश के अपराधियों और माफियाओं के हाथ में सौंपने का काम किया था। यह बात प्रदेश की जनता कभी नहीं भूल सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि आज उत्तर प्रदेश में योगी सरकार और केंद्र में मोदी सरकार संविधान की रक्षा करते हुए अपनी व्यवस्था को सुचारू रूप से चला रही है। यह विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, को हजम नहीं हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल संविधान के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं, जबकि यह सरकार संविधान की न केवल रक्षा कर रही है, बल्कि इसके अनुरूप कार्य भी कर रही है।
बता दें कि अमित शाह ने सदन में कहा था, ” अभी एक फैशन हो गया है- अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर.. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”
शाह के इस बयान के बाद सियासत तेज हो गई है। हालांकि, बाद में शाह ने इस मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि संसद में संविधान पर चर्चा हुई, लेकिन कांग्रेस ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर रखा। कांग्रेस आरक्षण विरोधी, अंबेडकर विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने शहीदों और सेना का भी अपमान किया। कांग्रेस ने वीर सावरकर का भी अपमान किया। आपातकाल लगाकर उन्होंने सभी संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन किया।