केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने कहा कि नौकरी के नाम पर विपक्षी पार्टियां ख्याली पुलाव पका रही हैं। उनके पास कुछ नहीं है, जो वह नौकरी देंगे।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “वे समाज के द्वारा परंपरागत तरीके से होली मिलन समारोह करते आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव के पहले भी होली मिलन समारोह के कार्यक्रम में हम आए थे, उस समय लोगों ने हमें सांसद बनाने का संकल्प लिया था। आज हम गया के सांसद के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री बन गए। आज हमें लोकतंत्र के सत्र में जाना है।”
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के बिहार में ‘नौकरी दो यात्रा’ पर निकलने के संबंध में उन्होंने कहा, “नौकरी कहां से देंगे। उनके पास कौन सी ताकत है कि वह नौकरी देंगे। नौकरी और नियोजन दो बातें होती हैं। आपने देखा होगा कि बिहार सरकार 12 से 13 लाख लोगों को नौकरी दे चुकी है। नीतीश कुमार ने यात्रा कर करोड़ों रुपए की योजनाओं की घोषणा की। सभी योजनाओं को मंत्रिमंडल में स्वीकृति दे दी गई है। सभी विभाग में काम लग रहा है। अगर काम लगेगा तो नियोजन होगा।”
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि बिहार में सबको नौकरी देना संभव नहीं है। विपक्ष के नेता ख्याली पुलाव पका रहे हैं। उनके पास कुछ नहीं है, जो वह नौकरी देंगे। अगर उन्हें बिहार की जनता सत्ता देती है, फिर भी वे पूरा नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार में नीतीश कुमार का नेतृत्व है। डबल इंजन की सरकार है। बिहार में शांति, सुख और सद्भाव है। आज की स्थिति में कुछ लोग जात-पात और अपना हित साधने का काम कर रहे हैं। सब लोग जान रहे हैं कि बिहार सरकार नौकरी दे रही है। आगे भी नियोजन का काम करती रहेगी।
राहुल गांधी के कांग्रेस में रहकर कई नेताओं के एनडीए के लिए काम करने वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप इसे भी समझ जाइए कि वह कितने कमजोर हैं। उनके लोग दूसरी जगह जाने के लिए तैयार हैं। इस बार बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए 225 सीटें जीतकर फिर सरकार बनाएगी।