अमरावती, 6 अगस्त । आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि राज्य के पुनर्निर्माण के लिए इसकी खराब हो चुकी छवि को बहाल किया जाए।
सीएम नायडू ने सोमवार को वेलागापुड़ी सचिवालय में राजग सरकार के गठन के बाद पहले जिलाधिकारी सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह बैठक राज्य के पुननिर्माण की दिशा तय करेगी। पिछली सरकार के पांच साल के “विनाशकारी” के शासन के कारण सभी को नुकसान हुआ है। सभी अधिकारियों के लिए लक्ष्य के अनुरूप आगे बढ़ना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हमें राज्य के हालात को सुधारना है। हमें यह साबित करना होगा कि आंध्र प्रदेश का प्रशासन सबसे अच्छे प्रशासन में से एक है। हमारे अच्छे फैसलों से आने वाली पीढ़ियों को लाभ होगा। अगर हम सब मेहनत करें तो 2047 तक दुनिया में नंबर वन होंगे।
राज्य की पिछली सरकार पर हमला करते हुए नायडू ने कहा कि जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व में पांच साल तक ऐसा कोई सम्मेलन नहीं हुआ था, सिर्फ उस सम्मेलन के अलावा जिसमें प्रजा वेदिका स्थल को ध्वस्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि सत्ता में कोई भी पार्टी हो, अच्छी परंपरा को बरकरार रखकर इसे आगे बढ़ाना चाहिए। एक समय था जब दक्षिण के राज्य की नौकरशाही को सर्वश्रेष्ठ माना जाता था। वाईएसआरसीपी शासन में सारी प्रतिष्ठा ध्वस्त हो गई है।
गौरतलब है कि इस साल लोकसभा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को प्रचंड जीत हासिल मिली थी। विधानसभा चुनाव में उसे 135, पवन कल्याण की जनसेना को 21 और भाजपा को आठ सीटें मिली। वहीं जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी को महज 11 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी।
लोकसभा चुनाव में भी राज्य की 25 में से टीडीपी को 16, भाजपा को तीन, वाईएसआरसीपी को चार और जनसेना पार्टी को दो सीटों पर जीत हासिल हुई। इस सफलता के साथ चंद्रबाबू नायडू केंद्र की एनडीए सरकार बनाने में किंगमेकर साबित हुए।
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