करनाल, 6 जून हरियाणा में हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में भाजपा और इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों के अलावा कोई भी अन्य उम्मीदवार अपनी जमानत बचाने में कामयाब नहीं हो सका।
राज्य के 10 निर्वाचन क्षेत्रों के 223 उम्मीदवारों में से केवल प्रथम या द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों की ही जमानत बच सकी, जबकि शेष 203 उम्मीदवार आवश्यक मत प्राप्त करने में असफल रहे और इस प्रकार उनकी जमानत जब्त हो गई।
सभी 10 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावी मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा और इंडिया ब्लॉक उम्मीदवारों के बीच था। चुनाव नियमों के अनुसार, किसी उम्मीदवार को जमानत बचाने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए वैध मतों के छठे भाग से अधिक मत प्राप्त करने होंगे।
लोकसभा चुनाव के लिए सामान्य श्रेणी के प्रत्येक उम्मीदवार को 25,000 रुपये की जमानत राशि जमा करनी होती है, जबकि एससी/एसटी उम्मीदवारों के मामले में यह राशि 12,500 रुपये है। विधानसभा चुनावों के लिए सामान्य श्रेणी और एससी/एसटी उम्मीदवारों को क्रमशः 10,000 रुपये और 5,000 रुपये जमा करने होते हैं।
करनाल लोकसभा क्षेत्र में 19 उम्मीदवारों में से केवल भाजपा के मनोहर लाल खट्टर और कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा ही अपनी जमानत बचा पाए, जबकि कुरुक्षेत्र में 31 उम्मीदवारों में से केवल भाजपा के नवीन जिंदल और आप के डॉ. सुशील गुप्ता ही अपनी जमानत बचा पाए।
सोनीपत लोकसभा सीट पर 22 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन केवल कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी और भाजपा के मोहन लाल बडोली ही अपनी जमानत बचा पाए। रोहतक में 26 उम्मीदवारों में से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा और भाजपा के डॉ. अरविंद शर्मा ही अपनी जमानत बचा पाए। अंबाला में 14 उम्मीदवारों में से कांग्रेस के वरुण चौधरी और भाजपा की बंतो कटारिया ही अपनी जमानत बचा पाए।
हिसार सीट पर 28 उम्मीदवारों में से केवल कांग्रेस के जय प्रकाश और भाजपा के रणजीत सिंह ही अपनी जमानत बचा पाए, जबकि फरीदाबाद में 24 उम्मीदवारों में से भाजपा के कृष्ण पाल और कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह ही अपनी जमानत बचा पाए।
भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर 17 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन वहां सिर्फ भाजपा के धर्मबीर सिंह और कांग्रेस के राव दान सिंह ही अपनी जमानत बचा पाए। गुड़गांव सीट पर सिर्फ भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह और कांग्रेस के राज बब्बर ही अपनी जमानत बचा पाए।
43,542 ने नोटा का विकल्प चुना राज्य में लोकसभा चुनाव में 43,542 मतदाताओं ने ‘इनमें से कोई नहीं’ (नोटा) विकल्प चुना, जो सभी उम्मीदवारों के प्रति उनके असंतोष को दर्शाता है। गुरुग्राम में 6,417, भिवानी-महेंद्रगढ़ में 5,287, फरीदाबाद में 6,821, हिसार में 3,366, अंबाला में 6,452, सोनीपत में 2,320, करनाल में 3,955, रोहतक में 2,362, सिरसा में 4,123 और कुरुक्षेत्र में 2,439 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना। करनाल विधानसभा उपचुनाव में 1,113 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना