October 9, 2024
Himachal

पालमपुर: सूखे के दौर से पेयजल संकट पैदा हो सकता है

पालमपुर, 7 जनवरी कांगड़ा जिले के निचले इलाकों में किसान अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर में कम बारिश के कारण जारी सूखे से चिंतित हैं। जिले के कई हिस्सों में औसत से कम बारिश हुई है, जिससे गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। हालांकि, कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खड़ी फसलों को तत्काल कोई खतरा नहीं है। कृषि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि जनवरी और फरवरी में बेहतर बारिश होगी, जिससे फसलों को और नुकसान से बचाया जा सकेगा।

न्यूगल, बिनवा, आवा और बनेर जैसी नदियों में पानी की कमी के कारण कांगड़ा घाटी में कई छोटी जल विद्युत परियोजनाएं बंद हो गई हैं। इन नदियों को पानी देने वाली धौलाधार पहाड़ियों पर बर्फ नहीं है।
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सिंचाई और जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता अनिल वर्मा ने कहा कि न्यूगल जैसी प्रमुख नदियाँ, जो पालमपुर क्षेत्र में अधिकांश सिंचाई और जल आपूर्ति योजनाओं को पानी देती हैं, दिसंबर की शुरुआत में ही सूख गई थीं। उन्होंने स्थिति को गंभीर बताया और कहा कि अगर शुष्क मौसम जारी रहा तो आने वाले महीनों में गंभीर पेयजल संकट हो सकता है।

उन्होंने कहा कि पालमपुर में कई जल स्रोतों में जल स्तर नीचे चला गया है और विभाग के लिए आने वाले दिनों में मामलों का प्रबंधन करना मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि आईपीएच विभाग आने वाली गर्मियों में पारंपरिक जल स्रोतों के पुनरुद्धार पर जोर देगा।

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