चंडीगढ़, 27 अगस्त
भारतीय स्टेट बैंक से कथित तौर पर 3.66 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में 98 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। संदिग्धों ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया और ऋण सुरक्षित करने के लिए नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
शिकायतकर्ता ऋषि कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, एसबीआई, सेक्टर 5, पंचकुला ने बताया कि खुड्डा जस्सू गांव के अभिनाश कुमार और 97 अन्य लोगों ने बैंक की एक्सप्रेस क्रेडिट योजना के तहत व्यक्तिगत ऋण प्राप्त किया।
आरोप है कि संदिग्धों ने खुद को सरकारी कर्मचारी बताया और फर्जी वेतन पर्चियां और आईडी कार्ड मुहैया कराए। शिकायतकर्ता के अनुसार, जहां 84 लोगों ने खुद को पीजीआई का कर्मचारी बताया, वहीं नौ ने नगर निगम का और पांच ने खुद को पंजाब यूनिवर्सिटी का कर्मचारी बताते हुए फर्जी दस्तावेज जमा किए।
बैंक द्वारा की गई जांच में घोर उल्लंघन का पता चला। ऋण बैंक के मानदंडों और प्रक्रियाओं के अनुसार स्वीकृत नहीं किए गए थे।
एक पुलिस शिकायत की गई जिसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने जांच की और मौली जागरण पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 468, 471 और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया। सभी संदिग्धों के नाम और उनके बैंक खाता नंबर पुलिस को उपलब्ध करा दिए गए हैं।