जिला नगर योजनाकार (डीटीपी) ने पानीपत के टीडीआई सिटी में अनिर्धारित (यूडी) भूमि, खुले स्थान और हरित क्षेत्र पर भूखंडों की खरीद-फरोख्त के मामले में 10 और लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें आवंटन, लेआउट प्लान आदि से संबंधित दस्तावेजों के साथ 2 दिसंबर को कार्यालय में पेश होने को कहा है।
इससे पहले, डीटीपी ने करोड़ों रुपये के कथित घोटाले में महेश फार्म प्राइवेट लिमिटेड सहित 12 लोगों को नोटिस जारी किया था, जिसमें एक निजी बिल्डर ने 20 नवंबर को सेक्टर 23 स्थित टीडीआई सिटी में अनिर्धारित (यूडी) भूमि, पार्क, सड़कें और हरित पट्टी क्षेत्र कुछ व्यक्तियों को बेच दिया था।
नगर निगम की संपत्ति कर शाखा ने भी मामले की अलग से जांच शुरू की और प्लॉट मालिकों को नोटिस जारी किए। नगर निगम की संपत्ति कर शाखा ने एनडीसी पोर्टल से 11 प्रॉपर्टी आईडी हटाने की सिफारिश की है, क्योंकि ये प्लॉट टीडीआई के लेआउट प्लान में मौजूद नहीं थे। छह प्रॉपर्टी आईडी भी टीडीआई के लेआउट प्लांट में दिखाए गए क्षेत्र से मेल नहीं खाती थीं।
सूत्रों ने बताया कि 11 भूखंडों के मालिकों को नोटिस भेजे गए हैं, जिनमें एक धार्मिक संगठन (सनातन धर्म-राम मंदिर सभा) का भूखंड भी शामिल है, जिसे टीडीआई सिटी के स्वीकृत लेआउट प्लान में पार्क स्थल के रूप में उल्लेखित किया गया है।
नोटिस में कहा गया है, “आपने महेश फार्म प्राइवेट लिमिटेड (टीडीआई सिटी सेक्टर 23) द्वारा विकसित आवासीय प्लॉटेड कॉलोनी की अनुमोदित लेआउट योजना में निर्धारित खुले स्थान/हरित क्षेत्र और यूडी भूमि पर अनधिकृत निर्माण किया है, क्षेत्र की अवैध बिक्री की है और निदेशक, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की पूर्व अनुमति के बिना उक्त कॉलोनी के लेआउट को बदल दिया है, जो धारा 3 बी का उल्लंघन है।”
डीटीपी ने उनसे कहा कि वे किसी भी प्रकार का निर्माण, बिक्री और भूमि का बंटवारा न करें तथा 2 दिसंबर को अपने कार्यालय में पंजीकरण विलेख, आवंटन पत्र और अन्य दस्तावेज पेश करें।
सूत्रों ने बताया कि यह पार्क स्थल 1,284 वर्ग मीटर क्षेत्र का था और टीडीआई में सक्रिय भू-माफिया ने कथित तौर पर नगर निगम (एमसी) से एक संपत्ति आईडी बनवाई थी और सभा के नाम पर बिक्री विलेख पंजीकृत करवा लिया था।
जन आवाज सोसायटी के अध्यक्ष एवं पूर्व जिला परिषद सदस्य जोगेन्दर स्वामी, जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया और शिकायत दर्ज कराई, ने आरोप लगाया कि इस पार्क स्थल की संपत्ति आईडी एक भाजपा नेता, एक पूर्व पार्षद के पति और पार्टी की जिला इकाई के एक पदाधिकारी के मोबाइल नंबर पर बनाई गई थी।
उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि टीडीआई सिटी में सक्रिय भू-माफिया ने न केवल यूडी भूमि, ग्रीन बेल्ट/पार्क क्षेत्र बल्कि सड़कों को भी प्लॉट बनाकर बेच दिया है। भू-माफिया ने कथित तौर पर नगर निगम (एमसी) के अधिकारियों की मिलीभगत से इन प्लॉटों की प्रॉपर्टी आईडी हासिल कर ली, जिसके आधार पर पानीपत तहसील कार्यालय से बिक्री विलेख पंजीकृत किए गए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भू-माफियाओं ने राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व नुकसान भी पहुंचाया है।
जिला नगर योजनाकार सुनील अंतिल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है तथा हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास एवं विनियमन अधिनियम, 1975 की विभिन्न धाराओं के तहत इन प्लाट मालिकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
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