पानीपत पुलिस ने सोमवार रात चौटाला रोड से रात के समय बंदूक की नोक पर यात्रियों को लूटने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा करते हुए नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से एक कार भी बरामद की है।
गिरोह के सदस्यों ने पिछले 15 दिनों में पांच लूट की वारदातों को अंजाम दिया। गिरोह के सभी सदस्य 18 से 20 वर्ष की आयु के हैं और वे आसानी से पैसा कमाने के लिए रात के समय किराए के वाहन में अपराध करते थे।
पुलिस ने आरोपियों को आज अदालत में पेश किया और अदालत ने तीन आरोपियों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है जबकि अन्य को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपियों की पहचान जींद जिले के कर सिंधु गांव निवासी जाकिर, सुमित, शुभम, खेड़ी खामवती निवासी रवि, विकास, अंकित, सन्नी, जींद जिले के सफीदों निवासी साहिल व हिमांशु के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि सीआईए-2 टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर फूल कुमार अपनी टीम के साथ सोमवार रात एनएच-44 पर गश्त कर रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि चौटाला रोड पर सेक्टर 29 मोड़ के पास एक स्विफ्ट कार में कुछ संदिग्ध बैठे हैं।
सूचना के बाद सीआईए-2 टीम ने मौके पर छापा मारकर सभी युवकों को काबू कर लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने 13 दिसंबर को ब्राह्मण माजरा के पास नहर पुल पर भाऊपुर निवासी विकास से चाकू की नोंक पर मारपीट कर मोटरसाइकिल, 3400 रुपये नकद व दो मोबाइल फोन लूट लिए थे।
आरोपियों ने पिछले कुछ दिनों में लूट की चार और वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है, जिसमें 12 दिसंबर की रात को सिंघपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति से नकदी व मोबाइल फोन लूटना शामिल है। गिरोह ने एक दिसंबर को गांव नारा के श्मशान घाट के पास एक युवक से मारपीट कर मोबाइल फोन, सोने की अंगूठी, 4500 रुपये की नकदी लूटी थी, भालसी गांव में सत्संग भवन के पास कवि गांव के एक अन्य युवक से 17 हजार रुपये व दो मोबाइल फोन लूटे थे तथा गिरोह ने 13 दिसंबर की रात को कवि निवासी एक व्यक्ति से मारपीट कर 3500 रुपये भी लूटे थे।
डीएसपी मुख्यालय ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि जाकिर गिरोह का सरगना है और वे महंगे जूते और कपड़े खरीदने तथा जल्दी पैसा कमाने के लिए लोगों को लूटते थे।
उन्होंने बताया कि यह भी पता चला कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए किराये के वाहनों का ही इस्तेमाल कर रहे थे।
डीएसपी वत्स ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया और अदालत ने शुभम, रवि, विकास, अंकित, साहिल और हिमांशु को न्यायिक हिरासत में भेज दिया तथा सरगना जाकिर, सुमित और सन्नी को आगामी जांच के लिए दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
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