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बारिश के बाद पानीपत के मुख्य बाजार जलमग्न, प्लास्टिक कचरे का नतीजा

Panipat's main market submerged after rain, result of plastic waste

मंगलवार शाम को हुई बारिश के कारण शहर के सभी बाजार जलमग्न हो गए तथा एनएच-44 पर नालियां और सीवर लाइनें प्लास्टिक कचरे से जाम हो गईं।

इंसार बाजार, चौड़ा बाजार, पालिका बाजार, महावीर बाजार और गुरुद्वारा रोड सहित सभी बाजारों में सड़कों पर जलभराव और सीवर के गंदे पानी की दुर्गंध के कारण दुकानदारों के साथ-साथ यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।

संयुक्त व्यापार मंडल समिति के महासचिव विशाल वर्मा ने बताया कि बाज़ारों की सभी सीवर लाइनें जाम हो गई हैं, जिससे दुकानदारों को परेशानी हो रही है। संयुक्त व्यापार मंडल के महासचिव गौरव लीखा ने बताया कि एलएंडटी कंपनी ने 2008 में पानीपत में 10 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हाईवे बनाया था और जब से यह चालू हुआ है, तब से टोल वसूल रही है। टेंडर की शर्तों के अनुसार, एलएंडटी कंपनी को एनएच-44 के दोनों ओर बरसाती पानी की नालियों का रखरखाव करना था, लेकिन कंपनी ऐसा करने में विफल रही है।

उपायुक्त ने एलएंडटी कंपनी को मानसून से पहले इन नालों की सफाई करने के सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन कंपनी इन्हें साफ करने में विफल रही।

मंगलवार शाम हुई बारिश के कारण एनएच-44 पर मुख्य सीवर लाइन जाम हो गई, जिससे बाज़ारों में जलभराव हो गया। कंपनी ने अर्थमूविंग मशीनों की मदद से रुकावटों को खोल दिया है। लीखा ने बताया कि बुधवार को नाले से भारी मात्रा में प्लास्टिक की बोतलें, पॉलीथीन, कचरा, कपड़े और कांच की बोतलें निकाली गईं, जिसके बाद बाज़ारों से पानी निकल गया। नगर निगम आयुक्त डॉ. पंकज यादव ने बताया कि नाले जाम होने का मुख्य कारण प्लास्टिक कचरा है। उन्होंने बताया कि दुकानदारों द्वारा प्लास्टिक कचरा नालियों में फेंकने के कारण नाले प्लास्टिक कचरे से जाम हो गए थे।

इस बीच, आयुक्त ने कहा कि एलएंडटी को नाले की उचित सफाई करने का निर्देश दिया गया है, ताकि समस्या दोबारा न हो।

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