पटियाला : पटियाला पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस टीम के साथ मई में पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) द्वारा आयोजित नायब तहसीलदार भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले में शामिल एक गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है।
गिरोह के पांच सदस्यों नवराज चौधरी, गुरप्रीत सिंह, हरविंदर सिंह, जतिंदर सिंह और सोनू कुमार को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन पर आईपीसी की धारा 419, 420, 468, 471 और 120बी और आईटी अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने उम्मीदवारों से 22 लाख रुपये लिए थे। एक अन्य सदस्य की पहचान जैनपाल सिंह के रूप में हुई है। पटियाला के पुलिस महानिरीक्षक मुखविंदर सिंह छिना ने कहा कि जिन उम्मीदवारों ने परीक्षा पास करने के लिए नकल का सहारा लिया, वे अंतिम सूची में अव्वल रहे।
पुलिस ने कहा कि डमी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों पर भेजा गया और उन्होंने हरियाणा में स्थापित एक नियंत्रण कक्ष में तस्वीरें भेजकर प्रश्नपत्र लीक कर दिए।
कंट्रोल रूम में विशेषज्ञों ने उत्तर कुंजी तैयार की। इसके बाद गिरोह के कुछ सदस्य, जो परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठे थे, जीएसएम और ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए उम्मीदवारों को उत्तर लिखवाते थे।
पुलिस ने संदिग्धों से कथित घोटाले में इस्तेमाल एक लैपटॉप, दो पेन ड्राइव, सात ब्लूटूथ ईयरबड, 11 जीएसएम डिवाइस और 12 मोबाइल फोन पहले ही जब्त कर लिए हैं।