कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शनिवार को राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ हरियाणा के शिकोहपुर लैंड डील मामले में आरोपपत्र दाखिल किए जाने पर कहा कि हर बार चुनाव से पहले ऐसी कार्रवाई होती है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से केंद्र सरकार रॉबर्ट वाड्रा के पीछे पड़ी है, उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। लेकिन, अभी तक ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है, जिससे उनके ऊपर लगे आरोपों की पुष्टि हो सके। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई सुनियोजित तरीके से की जाती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव नजदीक आने से पहले केंद्र सरकार रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करती है, क्योंकि वो अपने समर्थकों को इसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश करती है कि हम गांधी परिवार के खिलाफ कार्रवाई करते रहेंगे, जबकि ऐसा कोई मामला है ही नहीं। ऐसी स्थिति में फिर मनोहर लाल को यह कहना होगा कि रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार ( 18 जुलाई ) को हरियाणा के शिकोहपुर लैंड डील मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी। रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी पर आरोप है कि उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी की थी। इस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यह सरकार मेरे जीजा को परेशान कर रही है।
इसके अलावा, प्रवक्ता पवन खेड़ा ने अपनी पार्टी की खूबियों के बारे में भी बताया और कहा कि हमारी पार्टी मध्यमार्गी है। हम दक्षिणपंथी या वामपंथी विचारधारा वाले लोग नहीं हैं, बल्कि हमारी पार्टी मध्यमार्गी है। लिहाजा हमारी पार्टी में दोनों ही विचारधाराओं की कमी है, जबकि मध्यमार्गी पार्टी इस देश की विचारधारा है।
उन्होंने मानसून सत्र में विपक्ष की तरफ से उठाए जाने वाले संभावित मुद्दों के बारे में भी बताया और कहा कि हम ऑपरेशन सिंदूर, विदेश नीति और रक्षा नीति जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। यह सभी मुद्दे हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाते हैं।