मुंगेर, 23 मई । बिहार के मुंगेर जिले में गुरुवार को वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा के दिन विभिन्न गंगा घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
शहर के कष्टहरणी घाट, सोझी घाट, लाल दरवाजा घाट, शंकरपुर घाट, श्यामपुर घाट, महुली घाट, टीकारामपुर घाट, घोरघट घाट, बरियारपुर घाट, नौवागढ़ी घाट, मनियारचक घाट, तारापुर दियारा पंचायत घाट सहित विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालु सुबह से ही गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। इस कारण सभी घाटों पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।
जिला प्रशासन ने गंगा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं को परेशानी से बचाने के लिए और किसी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।
सदर अनुमंडल पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार ने बताया कि सभी गंगा घाटों पर पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी गंगा घाटों पर दो-दो गोताखोर भी तैनात किए गए हैं, जो किसी भी दुर्घटना को रोकने में सक्षम है। आज गंगा स्नान से तन, मन और विचारों की शुद्धि होती है। पापों का नाश होता है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के महत्व के बारे में मुंगेर जिले के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य अविनाश कुमार शास्त्री ने बताया कि बुद्ध जन्मोत्सव वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से विशेष लाभ मिलता है। आज के दिन स्नान कर पूजा-पाठ करने से पापों का नाश होता है। पारिवारिक क्लेश खत्म होता है। तन की शुद्धि, मन की शुद्धि एवं विचारों की शुद्धि होती है, इसलिए, आज अवश्य गंगा स्नान कर पूजा-पाठ एवं दान करना चाहिए।
साथ ही, उन्होंने कहा कि गंगा स्नान कर अपने पितरों के लिए तर्पण भी आज किया जा सकता है। इससे आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति एवं मोक्ष की प्राप्ति होती है।