16 अगस्त । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के प्रवक्ता वरिंदर सिंह सोनू ने कहा कि पिछले पांच सालों में जम्मू-कश्मीर के लोगों को भिखारी बना दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी और भारत सरकार को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव कराना कोई एहसान नहीं है, यह हमारा मौलिक अधिकार है। पीडीपी प्रवक्ता का यह बयान चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता के पहले आया।
गौरतलब है कि शुक्रवार को भारतीय चुनाव आयोग ने दोपहर बाद तीन बजे प्रेस वार्ता की। इस दौरान, चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर का चुनाव तीन चरणों में होगा। चुनाव का पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा।
मतगणना चार अक्टूबर को होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उम्मीदवारों व राजनीतिक दलों के पदाधिकारयों को समुचित सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
“जम्मू-कश्मीर में कुल 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं। इसमें से 74 जनरल, 9 एसटी और 7 एससी हैं। मतदाताओं की संख्या 87.09 लाख है। इसमें 44.46 लाख पुरुष और 42.62 लाख महिला मतदाता होंगे। जम्मू-कश्मीर में युवा मतदाताओं की संख्या 20 लाख है।
चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42 लाख 62 हजार महिला व 44.46 लाख पुरुष मतदाता हैं। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है। जबकि कुल 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है। मतदाता सूची बनाने का काम जारी है। 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी और 20 अगस्त को फाइनल मतदाता सूची तैयार हो जाएगी। सभी राजनीतिक दलों को इसकी कॉपी भिजवाई जाएगी।
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