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हिसार के सुलखनी गांव में खारे पानी की आपूर्ति से लोग परेशान

People troubled by supply of salt water in Sulkhani village of Hisar

जिले के सुलखनी गांव के निवासियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें सबमर्सिबल ट्यूबवेल और खुले कुओं से पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि गांव में नहरी पानी की आपूर्ति का वादा एक दूर का सपना बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि पानी का स्वाद खारा है और यह पीने योग्य नहीं है तथा इससे त्वचा पर चकत्ते, खुजली और बाल झड़ने जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

स्थानीय निवासी सलीम सुलखनी ने बताया कि गांव के लोग बरवाला विधायक और लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा के गांव के दौरे के दौरान उनके समक्ष यह मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारी लंबे समय से उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

इस साल की शुरुआत में, ग्रामीणों ने गांव में जलघर के सामने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें बालसमंद उप-शाखा नहर से गांव तक एक नया जल चैनल बनाने की मांग की गई थी ताकि गांव में पानी की टंकियों में सुरक्षित पानी लाया जा सके। सुलखनी ने कहा कि अधिकारियों ने तब उन्हें आश्वासन दिया था कि नहर का निर्माण डेढ़ महीने के भीतर शुरू हो जाएगा। हालांकि, छह महीने बीत जाने के बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई है, उन्होंने कहा।

सुलखनी जलघर का निर्माण 2.83 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था, जो अब महज दिखावा बनकर रह गया है। गांव के सुबे सिंह और सतबीर सिंह ने बताया कि नए टैंक, जल उपचार सुविधाएं और बूस्टिंग स्टेशन तो बनाए गए, लेकिन पानी की आपूर्ति की कमी के कारण इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि एक पानी का टैंक सूख गया है और दूसरे में बदबूदार और गंदा पानी आ रहा है।

ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने जनस्वास्थ्य मंत्री एवं बरवाला के विधायक रणबीर गंगवा के आगामी दौरे के दौरान उनसे मिलकर संबंधित विभागों की लापरवाही को उजागर करने का निर्णय लिया है तथा इस समस्या के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

पीएचईडी के उप-विभागीय अधिकारी (एसडीओ) आशीष गर्ग ने कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के प्रयास जारी हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि नई नहर परियोजना जल्द ही शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बालसमंद शाखा से गांव तक नई जल चैनल बनाने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों को सौंप दिया गया है और वे इस पर काम शुरू करने के लिए मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।

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