लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के सांसद अरुण भारती ने वोट चोरी के कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के परिणाम कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के लिए चिंता का विषय होना चाहिए, लेकिन अफसोस की बात है कि पार्टी आत्मचिंतन के बजाय देश की संवैधानिक संस्थाओं पर ही सवाल उठा रही है। इसे मौजूदा समय में किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
सांसद अरुण भारती ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में जिस तरह का परिणाम सामने आया है, उससे यह बात साफ हो चुकी है कि कांग्रेस की तरफ से लगाए जा रहे वोट चोरी के आरोपों को जनता अब किसी भी हाल में गंभीरता से लेने वाली नहीं है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया शुरू होने के बाद चुनाव में एनडीए का कैसा प्रदर्शन रहा, यह बात किसी से छुपी नहीं है।
लोजपा (आर) के सांसद ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में मिले नतीजों के बाद तो कांग्रेस को अपनी हार पर आत्मचिंतन करना चाहिए। उसे इस संबंध में बैठक बुलानी चाहिए, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि आखिर हार के क्या कारण हैं। ऐसा करके कांग्रेस के लिए आगे चलकर राजनीतिक मोर्चे पर स्थिति सकारात्मक होगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरफ से जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाए जा रहे हैं, उससे एक बात साफ जाहिर होती है कि इन्हें देश की संस्थाओं पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन लोगों ने बिहार में भी कई जगह जनसभा आयोजित कराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में अमर्यादित टिप्पणी करवाई। अब इसी तरह की स्थिति देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी देखने को मिल रही है। दिल्ली में भी ये लोग पीएम मोदी के संबंध में विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। इन लोगों की अब ऐसी फितरत हो चुकी है। देश की जनता यह सब कुछ देख रही है। कांग्रेस के लोग साजिश के दम पर जनादेश हासिल करना चाहते हैं, लेकिन इससे इन लोगों को किसी भी प्रकार का फायदा होने वाला नहीं है। अगर इन लोगों को लगता है कि इससे इन्हें किसी भी प्रकार का फायदा मिलेगा, तो मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह इनकी सिर्फ गलतफहमी है।

