पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर), चंडीगढ़ ने “प्रोजेक्ट सारथी” लॉन्च किया है, जो एक स्वयंसेवक-आधारित कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य अस्पताल के भीतर रोगी नेविगेशन में सुधार करना है।
यह पहल पहली बार आने वाले आगंतुकों की सहायता के लिए तैयार की गई है, जिन्हें अक्सर बड़े परिसर में घूमने और विभिन्न सेवाओं तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
इस संबंध में पीजीआईएमईआर के निदेशक एवं न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर, प्रो. विवेक लाल ने हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी को एक पत्र लिखकर पूरे राज्य में “प्रोजेक्ट सारथी” के व्यापक प्रचार के लिए समर्थन मांगा है।
संस्थान जनता के बीच कार्यक्रम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए जिला कलेक्टरों और जन प्रतिनिधियों को संगठित करने में सहायता चाहता है।
पीजीआई के निदेशक और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर, प्रो. विवेक लाल ने बताया कि “प्रोजेक्ट सारथी” में एनएसएस के छात्रों और गैर सरकारी संगठनों की भागीदारी शामिल है, जो रोगियों का मार्गदर्शन करने, प्रतीक्षा समय को कम करने और समग्र रोगी अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपना समय देते हैं। पीजीआईएमईआर द्वारा किए गए एक प्रभाव अध्ययन ने आशाजनक परिणाम दिखाए हैं, जिसमें मई 2024 में कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से आउटपेशेंट विभागों (ओपीडी) में औसत प्रतीक्षा समय में काफी कमी आई है।
हरियाणा सरकार ने “प्रोजेक्ट सारथी” शुरू करने के लिए पीजीआईएमईआर के प्रयासों की सराहना की है। रोगी देखभाल में सुधार के लिए इस कार्यक्रम के महत्व को स्वीकार करते हुए, राज्य सरकार ने इसके कार्यान्वयन में पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि इसमें विभिन्न माध्यमों से कार्यक्रम को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना तथा इसकी सफल पहुंच सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ सहयोग करना शामिल है।