फतेहाबाद के सहनाल गांव के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. सुखदेव सिंह को रतिया पुलिस ने लोगों का पैसा दोगुना करने का झांसा देकर फर्जी निवेश योजना चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार आरोपी ने करीब 2,934 लोगों से करीब 80 करोड़ रुपये की ठगी की है।
सेहनाल निवासी अमरीक सिंह द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सुखदेव सिंह ने अपने पिता के नाम पर शीशपाल फ्रंट लाइन कंसल्टेंसी एंड सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी बनाई। कथित तौर पर उसने लोगों से पैसे इकट्ठा करने के लिए करीब 25 स्थानीय एजेंटों का इस्तेमाल किया और एक महीने में उनके निवेश को दोगुना करने का वादा किया।
अमरीक ने बताया कि 18 जनवरी को सुखदेव और उसके कुछ साथी उसके घर आए और उसे 3 लाख रुपए निवेश करने के लिए राजी किया और जल्दी रिटर्न का वादा किया। उसके मुताबिक, ढाई महीने बीत जाने के बाद भी उसे कोई पैसा वापस नहीं मिला। जब उसने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने कथित तौर पर गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी।
एफआईआर में बताया गया है कि सुखदेव के एजेंटों में राजकुमार, राजू, प्रगट सिंह, रवि कुमार, महेंद्र, अंकित, शीरा और रोशन लाल जैसे लोग शामिल थे। इस मामले में पहले की गिरफ़्तारियों में से एक बलिंदर उर्फ बिन्नू था, जिसके बारे में कहा गया था कि वह एजेंट के तौर पर काम करता था और जसवंत उर्फ शीरा, जिसने कथित तौर पर कंपनी चलाने के लिए परिसर मुहैया कराया था।
पुलिस ने 16 अप्रैल को प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट, 1978 की धारा 4, 5 और 6 और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316 (2), 318 (4), 351 (2), 351 (3) और 61 के तहत मामला दर्ज किया।
फतेहाबाद में आर्थिक अपराध शाखा मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि मामला शिकायतकर्ता के बयानों पर आधारित है और आगे की जांच जारी है।