सूरत रेलवे स्टेशन पर मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब बनने की दिशा में काम चल रहा है। इसके तहत प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 को आज से 60 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान सूरत से मुंबई और वडोदरा जाने वाली ट्रेनों का संचालन अब उधना रेलवे स्टेशन से किया जाएगा।
सूरत से मुंबई जाने वाली 122 ट्रेनें और वडोदरा की ओर जाने वाली 79 ट्रेनों को उधना स्टेशन से डायवर्ट किया गया है। इस बदलाव की जानकारी यात्रियों को देने के लिए रेलवे ने एक क्यूआर कोड जारी किया है।
यात्रियों को इस क्यूआर कोड की मदद से डायवर्ट हुई ट्रेनों के बारे में जानकारी मिल सकेगी। रेलवे ने यह क्यूआर कोड उन ग्राहकों को भेजा है, जिनका डाटाबेस रेलवे के पास मौजूद है। ग्राहक अपने मोबाइल में क्यूआर कोड स्कैन करके आसानी से ट्रेनों की नई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस संबंध में पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ विनीत अभिषेक ने बताया कि मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्टेशन हब परियोजना अब बहुत तेज़ी से प्रगति कर रही है और इस पर कई कार्य पहले ही पूरे किए जा चुके हैं। यदि आप इस साइट पर ध्यान दें, तो हमारे सर्विस बिल्डिंग और अन्य संबंधित हिस्सों पर पहले से ही काम चल रहा है। इस परियोजना का एक महत्वपूर्ण और बड़ा हिस्सा है कोर्स एरिया का विकास, जो 145 फीट लंबा और 85 फीट चौड़ा होगा। इस क्षेत्र के विकास के लिए पहले ही हमारे एक फेस को पूरा किया जा चुका है, जिसमें हमने प्लेटफॉर्म नंबर 4 को कुछ दिनों के लिए बंद किया था। अब प्लेटफार्म नंबर 4 फिर से चालू हो चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि अब अगले चरण में प्लेटफार्म नंबर 2 और प्लेटफार्म नंबर 3 को 60 दिनों के लिए बंद किया जाएगा। इन दोनों प्लेटफार्मों के बंद होने के कारण, हमें कुछ ट्रेनों को सूरत से दूसरी जगह शिफ्ट करने की आवश्यकता होगी। कुल मिलाकर, 122 गाड़ियां, जो मुंबई की तरफ जाती हैं, और 79 गाड़ियां, जो बड़ोदरा की तरफ जाती हैं, इन गाड़ियों को सूरत से शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा गाड़ियां सूरत स्टेशन पर ही रुकेंगी और होस्ट की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि इस जानकारी को यात्रियों तक पहुंचाने के लिए हम कई तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें सोशल मीडिया, प्रिंट और डिजिटल मीडिया, और एक क्यू आर कोड भी शामिल है। यह क्यूआर कोड स्कैन करने पर यात्रियों को सटीक जानकारी मिलेगी कि किस दिशा में, किस दिन, कौन सी ट्रेन कहां रुकेगी और कहां नहीं रुकेगी। इससे यात्रियों को अपनी यात्रा को लेकर कोई भ्रम नहीं होगा और वे आसानी से अपनी यात्रा की योजना बना सकेंगे।
उन्होंने बताया कि सूरत-रुद्रना मार्ग पर भी इस प्रकार की सुविधाएं यात्रियों को दी जाएंगी, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान कोई असुविधा नहीं होगी। हम टेलीविजन चैनलों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, और प्रिंट मीडिया के जरिए भी यात्रियों तक यह जानकारी पहुंचाते रहेंगे। इसके अलावा, सोशल मीडिया के माध्यम से भी हम यात्रियों तक पहुंच बनाए रखेंगे।
उन्होंने बताया कि हम आपसे निवेदन करते हैं कि जैसे आपने पहले सूरत स्टेशन के विकास में सहयोग दिया है, वैसे ही इस नए चरण में भी हमारा सहयोग करें, ताकि हम इस परियोजना को समय पर पूरा कर सकें। इस परियोजना को सही समय पर पूरा करना हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और आपकी मदद से ही हम इसे सफलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं।
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