प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विभिन्न दलों के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। इस मुलाकात में भाजपा के राज्यसभा सांसद मनन मिश्रा सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे। यह मुलाकात हाल ही में विभिन्न देशों की यात्रा पर गए संसदीय प्रतिनिधिमंडल के अनुभवों को साझा करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
भाजपा सांसद मनन मिश्रा ने मुलाकात के बाद समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमें बुलाया था। मुलाकात बहुत अच्छी रही। हमने उन्हें बताया कि डेलिगेशन को किस तरह का रिस्पॉन्स मिला और हमारा अनुभव कैसा रहा। उन्होंने हमसे कुछ पूछा नहीं, बल्कि हमें बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसी यात्राएं भविष्य में और अधिक करनी चाहिए। बैठक में विपक्षी नेताओं के व्यवहार में कोई असंगति नहीं दिखी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के नेता वहां थे, लेकिन उनकी बातचीत में कोई नकारात्मकता नहीं थी। बाहर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कुछ कहा जा रहा है, लेकिन आज की बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण रही।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हालचाल पूछा और जानना चाहा कि विभिन्न देशों का भारत के प्रति रुख और रवैया कैसा था। यह एक अनौपचारिक बैठक थी, जिसमें सभी ने खुलकर अपने अनुभव साझा किए। बैठक का सबसे खास पहलू यह था कि प्रधानमंत्री ने हर एक सदस्य से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की। कुछ सांसद चाय पी रहे थे, कुछ नाश्ता कर रहे थे, लेकिन प्रधानमंत्री ने सभी से बात की और यह सुनिश्चित किया कि किसी को कोई असुविधा न हो। वरिष्ठ नेताओं और समूह के नेताओं ने कुछ सुझाव भी दिए। कुल मिलाकर यह बैठक बहुत सकारात्मक रही। सभी प्रतिनिधियों ने कहा कि ऐसे सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को बार-बार विदेश भेजा जाना चाहिए।
मिश्रा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि ममता बनर्जी और टीएमसी जो कर रही है, वह पश्चिम बंगाल और देश के लिए नुकसानदेह है। देश की जनता इसे समझ रही है। अगले चुनाव में टीएमसी को पश्चिम बंगाल से हटाकर एनडीए की सरकार लानी होगी, तभी देश का भला होगा।
उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा में हाल ही में पारित एक प्रस्ताव का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम तक नहीं लिया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगता है कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) जो कर रही है, वह पश्चिम बंगाल और देश की जनता के लिए नुकसानदेह है। देश की जनता यह समझ रही है। आप एक आम नागरिक के तौर पर इसे समझ सकते हैं, तो देश भी इसे समझ रहा है। ममता जी और टीएमसी को अगले साल होने वाले चुनाव में इसके परिणाम भुगतने होंगे। पश्चिम बंगाल को टीएमसी के हाथ से निकालकर एनडीए के हाथ में लाना होगा, तभी देश का कल्याण होगा।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल के कैलेंडर को देखना चाहिए। कांग्रेस के 60 साल के शासन में हुए घोटालों को गांधी परिवार पहले देखे। जनकल्याण और गरीब कल्याण की योजनाओं ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया है। हाल ही में हमने ब्रह्मोस मिसाइल और स्वदेशी फाइटर जेट्स का उपयोग किया, जिसने दो दिन में दुश्मन की हालत खराब कर दी और उन्हें सीजफायर की गुहार लगानी पड़ी। कश्मीर में चिनाब नदी पर बना पुल इसका उदाहरण है, जिसे अंग्रेजों और 60 साल की कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में यह संभव हुआ। आज हम आर्थिक दृष्टिकोण से दुनिया की चौथी शक्ति हैं, कल तीसरी होंगे और 2047 तक विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हैं।