नई दिल्ली, 23 मार्च
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 6जी विजन दस्तावेज जारी किया और कहा कि 5जी की शुरुआत के छह महीने के भीतर 6जी के लिए की गई पहल ने भारत के भरोसे को दिखाया है।
पीएम मोदी द्वारा अनावरण किए गए ‘भारत 6G’ विजन डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि 6G प्रति सेकंड 1 टेराबिट तक की गति प्रदान करेगा, जो कि 5G की शीर्ष गति से 1,000 गुना अधिक है।
नवंबर 2021 में गठित 6G (TIG-6G) पर टेक्नोलॉजी इनोवेशन ग्रुप द्वारा दस्तावेज़ तैयार किया गया है। इसके सदस्य मंत्रालयों, विभागों, अनुसंधान और विकास संस्थानों, शिक्षाविदों, मानकीकरण निकायों, दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और उद्योग से हैं।
पीएम ने इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU) एरिया ऑफिस एंड इनोवेशन सेंटर का भी उद्घाटन किया, जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DoT) कैंपस में स्थापित किया गया है। यह पूरी तरह से भारत द्वारा वित्तपोषित होगा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में आईटीयू कार्यालय देश में 6जी के लिए सही माहौल बनाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा, ‘दूरसंचार प्रौद्योगिकी का महज एक उपभोक्ता होने से भारत अब तेजी से प्रौद्योगिकी का बड़ा निर्यातक बनने की ओर बढ़ रहा है।’
“5G रोलआउट के छह महीने के भीतर, आज हम 6G के बारे में बात कर रहे हैं। यह भारत के भरोसे को दर्शाता है। विजन डॉक्यूमेंट 6G के रोलआउट के लिए एक बड़ा आधार बनेगा। भारत आने वाले दिनों में 100 नई 5G लैब स्थापित करेगा। ये प्रयोगशालाएं भारत की अनूठी जरूरतों के अनुसार 5जी अनुप्रयोगों को विकसित करने में मदद करेंगी। लॉन्च के 120 दिनों के भीतर 5G मोबाइल तकनीक का विस्तार 125 शहरों में हो गया है। पीएम ने कहा, ‘4जी से पहले, भारत केवल दूरसंचार प्रौद्योगिकी का एक उपयोगकर्ता था, लेकिन अब हम इस क्षेत्र में एक बड़ा निर्यातक बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।’ पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल समावेशन से डिजिटल भुगतान, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, जनधन, आधार और ब्रॉडबैंड सेवाओं के तेजी से रोलआउट को फायदा हुआ है।