फतेहाबाद के जाखल मंडी स्थित पीएम श्री गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में छात्राओं को ठंडी ज़मीन पर चटाई बिछाकर कक्षा में बैठना पड़ता है। लगभग 43 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस आधुनिक विद्यालय भवन में 448 छात्राओं के लिए डेस्क और बेंच की कमी है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली द्वारा उद्घाटन किया गया यह विद्यालय जाखल ब्लॉक का एकमात्र पीएम श्री गर्ल्स स्कूल है, जिसमें कक्षा VI से XII तक की शिक्षा दी जाती है और कला, गैर-चिकित्सा, चिकित्सा और वाणिज्य स्ट्रीम उपलब्ध हैं।
नियमों के अनुसार, प्रत्येक छात्र के पास एक डेस्क और एक बेंच होनी चाहिए। स्कूल को कम से कम 225 दोहरी डेस्क की आवश्यकता है। पर्याप्त शिक्षण स्टाफ होने के बावजूद, उचित बैठने की व्यवस्था का अभाव शिक्षा विभाग की एक गंभीर चूक है। पुरानी इमारत में बेंचें थीं, लेकिन नई इमारत में स्थानांतरित होने के बाद उन्हें उपलब्ध नहीं कराया गया।
छात्रों का कहना है कि ठंडी ज़मीन पर बैठने से उनकी एकाग्रता प्रभावित होती है और पीठ व घुटनों में दर्द होता है। पीछे बैठे छात्रों को ब्लैकबोर्ड साफ़ दिखाई नहीं देता, जिससे कक्षा का अनुशासन भंग होता है और उन्हें नोट्स लेते समय खड़े रहना पड़ता है।
अभिभावकों और ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि भवन निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए, लेकिन बुनियादी फर्नीचर अभी तक उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों को सम्मानजनक और सुरक्षित वातावरण में अध्ययन करने के लिए तत्काल डेस्क उपलब्ध कराए जाने चाहिए और चेतावनी दी कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन किए जा सकते हैं।
प्रधानाचार्य राम मेहर नैन ने कहा कि पंचकुला के वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को सूचित कर दिया गया है और जल्द ही डेस्क उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
यह मुद्दा पिछले साल उठाया गया था, लेकिन अभी तक धन नहीं आया है। तत्काल उपाय के तौर पर, जब तक नई डेस्कें उपलब्ध नहीं हो जातीं, तब तक जाखल और तोहाना ब्लॉक के अन्य स्कूलों से अतिरिक्त बेंचों को इस स्कूल में स्थानांतरित किया जा सकता है। — संगीता बिश्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी

