शहर में झपटमारी की घटनाओं में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है, जिसका कारण अक्सर बेरोज़गारी, ग़रीबी और नशे की लत होती है। ये सामाजिक-आर्थिक कारक व्यक्तियों, ख़ास तौर पर युवाओं को जल्दी पैसे कमाने के लिए छोटे-मोटे अपराध करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
हाल ही में फिरोजपुर पुलिस ने 40 से अधिक वारदातों को अंजाम देने वाले कुख्यात स्नैचिंग गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह सफलता 1 दिसंबर, 2024 को जिला कांगड़ा कैंट के गांव जोल के वार्ड नंबर 5 से मोनिका कुमार, पत्नी विकास पटियाल के मोबाइल फोन की चोरी के बाद मिली।
त्वरित कार्रवाई के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया: भगवानपुरा से करण उर्फ कन्नू और इंदिरा कॉलोनी कैंट से साहिल उर्फ साएल और मछली। उनके कब्जे से चोरी के दस मोबाइल फोन बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान दोनों ने इलाके में कई झपटमारी की वारदातों को कबूल किया।
भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है तथा गिरोह के दो अन्य सदस्यों की तलाश जारी है जो अभी भी फरार हैं।
पुलिस ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है। अधिकारी सुरक्षित माहौल बनाने के लिए अपराध के मूल कारणों से निपटने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।