झज्जर की पुलिस आयुक्त राजश्री सिंह ने मंगलवार को बहादुरगढ़ शहर में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए डीसीपी, एसीपी, स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) और पुलिस चौकी प्रभारियों के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया, उन्होंने कहा कि बहादुरगढ़, दिल्ली की सीमा से सटा एक औद्योगिक क्षेत्र है, जहाँ विभिन्न राज्यों से श्रमिक आते हैं। उन्होंने नए आने वालों की पहचान सत्यापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कंपनी मालिकों और मकान मालिकों से कर्मचारियों को काम पर रखने या संपत्ति किराए पर देने से पहले पुलिस सत्यापन कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है, क्योंकि अपराधी अक्सर ऐसे क्षेत्रों में छिपते हैं या भागने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं।
एनसीआर से जुड़े होने और इलाके के औद्योगिक स्वरूप को देखते हुए कमिश्नर ने कहा कि यहां पुलिस की जिम्मेदारी ज्यादा है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा से निभाएं और चेकपोस्ट के जरिए संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की गहन जांच करें।
राजश्री ने त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए पुलिस थानों और चौकियों में शिकायतकर्ताओं के साथ त्वरित व्यवहार करने पर भी जोर दिया। उन्होंने जागरूकता अभियानों के माध्यम से युवाओं को नशे और अपराध से बचाने में पुलिस की भूमिका पर जोर दिया।
पुलिस अधिकारियों को अवैध मादक पदार्थ और शराब व्यापार सहित आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त या उनसे जुड़े युवाओं पर कड़ी नजर रखने को भी कहा गया।
बैठक में बहादुरगढ़ डीसीपी मयंक मिश्रा, एसीपी शमशेर सिंह, प्रदीप नैन, प्रणय कुमार, एसएचओ व सीआईए प्रभारी मौजूद थे।