सिरसा में पूर्व नगर पार्षद सुशील सैनी ने निवासियों के साथ मिलकर श्मशान घाट परियोजना में कथित भ्रष्टाचार और नगर निगम सीमा के अंतर्गत सड़कों और गलियों के निर्माण में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ नाटकीय ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नगर परिषद और जिला प्रशासन की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकाली और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और उन पर बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया।
सैनी के अनुसार, गौशाला रोड स्थित शिवपुरी श्मशान घाट के विकास कार्य में गंभीर अनियमितताएं की गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि परियोजना के लिए 66 लाख रुपये जारी किए जाने के बावजूद कोई खास काम नहीं हुआ है। सैनी ने कहा, “एक भी शेड या बाउंड्री वॉल नहीं बनाई गई है और यहां तक कि मुख्य द्वार की सड़क भी अधूरी है।” उन्होंने दावा किया कि फर्जी तरीके से फंड जारी करने के लिए फर्जी माप प्रस्तुत किए गए और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग की जांच की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की निष्क्रियता पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि बार-बार की गई शिकायतों को नजरअंदाज किया गया और नगर परिषद ने कोई जवाब नहीं दिया और न ही सुधारात्मक कदम उठाए। सैनी ने आगे दावा किया कि श्मशान घाट की सड़क के लिए निर्माण सामग्री पहले ही आ चुकी थी, लेकिन बिना किसी कारण बताए काम अचानक रोक दिया गया।
पूर्व पार्षद ने कथित वित्तीय अनियमितताओं की तत्काल और गहन जांच की मांग की और चेतावनी दी कि जब तक दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। रुके हुए काम के प्रभाव को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि अधूरे शिवपुरी रोड ने तीन साल से अधिक समय से हजारों निवासियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।