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जींद में 16 गांव और 6 वार्ड पुलिस ने नशा मुक्त घोषित किए

Police declared 16 villages and 6 wards drug free in Jind.

हिसार रेंज पुलिस ने आज दावा किया कि शहरी क्षेत्र के 16 गांव और छह नगरपालिका वार्ड अब नशा मुक्त हो गए हैं। हिसार रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) डॉ. एम रवि किरण ने जिले के लोधर गांव में आयोजित एक समारोह में इसके लिए सामूहिक प्रयास करने वाले लोगों को सम्मानित किया।

इस अवसर पर जींद के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार भी उपस्थित थे। यह कार्यक्रम पुलिस और ग्राम पंचायत द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था, ताकि स्थानीय लोगों के प्रयासों का जश्न मनाया जा सके, जिन्होंने पुलिस के साथ मिलकर नशे से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान की और उनका पुनर्वास किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि उनके क्षेत्र नशे से संबंधित मुद्दों से मुक्त हों। जिन गांवों को नशा मुक्त घोषित किया गया उनमें लोधर, घासो कलां, घासो खुर्द, कलोदा खुर्द, जाजनवाला, नैहरा, कुचराना खुर्द, कुचराना कलां, बराह कलां, मंडी कलां, शामलो खुर्द, रामकली, गोसाई खेड़ा, नारायणगढ़, हमीरगढ़ और जींद, उचाना, जुलाना के कई वार्ड शामिल हैं।

सभा को संबोधित करते हुए एडीजीपी ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग का खतरा बढ़ रहा है और इस सामाजिक बुराई से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “नशे की लत सिर्फ एक व्यक्ति को ही नहीं बल्कि पूरे परिवार और समुदाय को प्रभावित करती है। सभी हितधारकों के संयुक्त प्रयासों से जींद जल्द ही हरियाणा का पहला नशा मुक्त जिला बन सकता है।” उन्होंने स्थानीय निवासियों को प्रोत्साहित किया और परिवारों से अपने युवाओं को मादक द्रव्यों के सेवन से दूर रहने के लिए शिक्षित करने और मार्गदर्शन करने का आग्रह किया।

एसपी राजेश कुमार ने भी इसी तरह की भावनाएँ दोहराईं और व्यवस्थित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य जिले के हर गाँव का सर्वेक्षण करना और धीरे-धीरे उन्हें नशा मुक्त घोषित करना है।” उन्होंने बताया कि पुलिस ने चल रहे अभियान के तहत पहले ही 66 गाँवों और नौ वार्डों को नशा मुक्त बना दिया है। कुमार ने निवासियों से नशे से जुड़ी गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने का भी आग्रह किया और उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

इस कार्यक्रम में वृक्षारोपण किया गया, साथ ही नशा विरोधी पहल के साथ पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा दिया गया। एडीजीपी ने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए दोहरे दृष्टिकोण की आवश्यकता है, आपूर्ति श्रृंखला को संबोधित करना और समाज के भीतर मांग को कम करना। उन्होंने परिवारों और सामाजिक संगठनों से युवाओं का मार्गदर्शन करने और उनकी सुरक्षा करने में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

महर्षि लोमश तीर्थ सेवा समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र तथा युवा विकास समिति जींद के अध्यक्ष प्रदीप रेढू सहित सरपंच तथा अन्य सामुदायिक नेताओं ने पुलिस के समर्पण की सराहना की।

इस कार्यक्रम में सरपंच, नगर पार्षद और समुदाय के प्रमुख सदस्य शामिल हुए। लोधर और सुखमिला के सरपंच ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और नशे की लत से निपटने में पुलिस प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

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