पुलिस द्वारा भारती किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) के कार्यकर्ताओं को उसके सदस्यों के खिलाफ दर्ज हत्या के मामले के विरोध में प्रस्तावित अनिश्चितकालीन धरने के लिए तंबू लगाने से रोके जाने के बाद जिला पुलिस लाइन क्षेत्र में तनाव फैल गया, जहां एसएसपी कार्यालय स्थित है।
रजाई-गद्दे लेकर पहुँचे किसानों ने बेपरवाह होकर सड़क जाम कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने पहले तो भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब वे जाने से इनकार कर रहे थे, तो उन्हें तितर-बितर कर दिया और कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
इस विरोध प्रदर्शन की घोषणा वांगल गांव के स्वतंत्रता सेनानी सुच्चा सिंह के पोते सुखदेव सिंह की हाल ही में हुई मौत के सिलसिले में कई यूनियन सदस्यों पर मामला दर्ज किये जाने के बाद की गई।
किसानों ने दावा किया कि सुखदेव, जो मधुमेह और गुर्दे की समस्याओं से पीड़ित थे, की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, न कि किसी हमले से। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने दबाव में आकर मामला दर्ज किया।

