वरिष्ठ कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के निधन से राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक अपूरणीय शून्य पैदा हो गया है। चौटाला के मंत्रिमंडल में मंत्री रहे सिंह ने इस क्षति पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे एक व्यक्तिगत और राजनीतिक त्रासदी बताया।
चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के निधन से मुझे गहरा सदमा लगा है। उनके निधन से हरियाणा में एक राजनीतिक युग का अंत हो गया है। – प्रोफेसर संपत सिंह, पूर्व मंत्री प्रोफेसर सिंह ने कहा, “चौधरी ओम प्रकाश चौटाला के निधन से मुझे गहरा सदमा लगा है। उनके निधन से हरियाणा में एक राजनीतिक युग का अंत हो गया है।”
चौटाला के योगदान पर प्रकाश डालते हुए सिंह ने ग्रामीण विकास में दिवंगत नेता के प्रयासों की सराहना की, खास तौर पर वित्तीय सहायता के माध्यम से पंचायतों को सशक्त बनाने में उनके काम की। उन्होंने कहा, “उनकी जगह भरना मुश्किल है।” उन्होंने 89 साल की उम्र में भी चौटाला की बेजोड़ ऊर्जा और सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
सिंह ने कहा कि अपनी अनुशासित और सरल जीवनशैली के लिए जाने जाने वाले चौटाला ने कई लोगों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने नेता के साथ अपने निजी जुड़ाव को याद किया। उन्हें एक राजनीतिक मार्गदर्शक और गुरु बताते हुए सिंह ने कहा, “उनकी याद्दाश्त बहुत अच्छी थी, वे हज़ारों लोगों को उनके नाम से पुकारते थे और उनकी समय की पाबंदी और प्रशासनिक पकड़ अनुकरणीय थी।”
मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान चौटाला ने एक शानदार वक्ता, एक प्रभावी आयोजक और एक दयालु नेता के रूप में ख्याति अर्जित की, जो लोगों से गहराई से जुड़े रहे। सिंह ने कहा, “वह सादा भोजन करते थे, अपनी कार में एयर कंडीशनिंग से परहेज करते थे और उच्च पद पर होने के बावजूद बिना किसी विलासिता के जीवन जीते थे।”
प्रोफ़ेसर सिंह ने अपने राजनीतिक करियर को आकार देने का श्रेय चौटाला को दिया। उन्होंने कहा, “मेरे राजनीतिक करियर का बहुत बड़ा श्रेय उन्हें जाता है। वे मेरे जीवन में मार्गदर्शक थे और एक ऐसे नेता थे जो कैबिनेट मीटिंग के दौरान हमेशा मेरी राय को महत्व देते थे।”
सिंह ने कहा, ‘‘उनके निधन से राज्य ने एक महान नेता खो दिया है।’’
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