पटना, 18 जून । बिहार की सीतामढ़ी लोकसभा सीट से जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ है। इस पर तमाम दलों के नेता भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने देवेश ठाकुर के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उनके बयान की भाषा नहीं, भाव समझने की जरूरत है। उन्होंने अपनी पीड़ा का इजहार किया, जिनके लिए हमने काम किया और उन्होंने वोट नहीं दिया तो यह पीड़ा स्वाभाविक है। लोग उम्मीद लगाए रहते हैं कि अगर हमने सेवा की है तो उसकी मजदूरी मिलेगी। उनकी भाषा को नहीं भाव को समझिए।
वहीं, राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि जदयू सांसद देवेश चंद्र ठाकुर का बयान ना तो संविधान सम्मत है, ना ही कानून सम्मत। उन्होंने जिस तरह से यादव और मुसलमान के खिलाफ बयान दिया है, वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे करीबी सांसद की ओर से इस तरह का बयान देना कहीं ना कहीं भारत के लोकतांत्रिक व्यवस्था और लोकतंत्र को कमजोर करता है।
दूसरी तरफ भाजपा के प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने देवेश ठाकुर के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उनका दर्द छलका है, वह वाजिब है। उन्होंने सभी लोगों के विकास के लिए काम किया है, उन्होंने लोगों की व्यक्तिगत मदद की है। इसके बाद भी उनको वोट नहीं देना, कहीं ना कहीं यह दर्शाता है कि यह लोग धार्मिक भावनाओं से ग्रसित हैं। इन्हें (यादव-मुस्लिम) राष्ट्रवादी, विकासवादी नहीं चाहिए। इन्हें जाति और धार्मिक उन्माद वाले लोग चाहिए, लुटेरे लोग चाहिए।
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