न्यूयॉर्क, एक और भारतीय मूल के नेता अमेरिकी कांग्रेस में जा सकते हैं। वर्जीनिया डेमोक्रेटिक प्राइमरी में सुहास सुब्रमण्यम की जीत के साथ अगले साल एक और सदस्य के अमेरिकी कांग्रेस में जाने की संभावना प्रबल हो गई है।
सुहास सुब्रमण्यम ने मंगलवार को इंट्रा-पार्टी चुनाव जीता, वो अब नवंबर में हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव के लिए होने वाले आम चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार होंगे।
इस निर्वाचन क्षेत्र में वाशिंगटन के कुछ उपनगर शामिल हैं।
हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव में पांच भारतीय-अमेरिकी हैं, सभी डेमोक्रेट हैं जो खुद को “समोसा कॉकस” कहते हैं — कैलिफोर्निया से अमी बेरा और रो खन्ना; वाशिंगटन राज्य से प्रमिला जयपाल; इलिनोइस से राजा कृष्णमूर्ति और मिशिगन से श्री थानेदार।
सुहास सुब्रमण्यम ने एक कड़े मुकाबले में 11 अन्य उम्मीदवारों को हराया, उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे।
उन्हें सेवानिवृत्त हाउस सदस्य जेनिफर वेक्सटन का समर्थन प्राप्त था, जिनका 2018 से सीट पर दबदबा है। वो दो बार यहां से निर्वाचित हो चुके हैं, अंतिम बार 2022 में जब उन्हें 53 प्रतिशत वोट मिले थे।
37 वर्षीय सुब्रमण्यम का परिवार बेंगलुरु से है। वो पेशे से वकील हैं। वे राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रौद्योगिकी सलाहकार थे, जो साइबर सुरक्षा और सरकारी एजेंसियों के आधुनिकीकरण पर काम कर रहे थे।
2019 में, वे वर्जीनिया जनरल असेंबली और पिछले साल स्टेट सीनेट के लिए चुने गए।
इस बीच, न्यू जर्सी में हुए प्राइमरी में भारतीय-अमेरिकी राजेश मोहन ने हाउस सीट के लिए रिपब्लिकन टिकट जीत लिया, लेकिन उन्हें कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र एक मजबूत डेमोक्रेटिक निर्वाचन क्षेत्र है।
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