धनबाद, 30 अक्टूबर । प्रधानमंत्री आवास योजना बेघरों के लिए वरदान बन रही है। इससे गरीबों का अपना खुद का घर होने का सपना सच होने लगा है। गरीबी के चलते अपनी लगभग पूरी जिंदगी कच्चे मकान में काटने वाले बुजुर्गों को पक्के मकान मिलने से बहुत सहूलियत हो रही है। गरीबों के सर पर छत होने से लोग बड़े उत्साहित हैं।
झारखंड के धनबाद में जिन लोगों को खुद के आवास मिले हैं, वह फूले नहीं समा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि उनके पक्के मकानों का सपना सरकारी मदद के बिना संभव नहीं था।
धनबाद के ही ग्रामीण इलाके में रहने वाली मीरा देवी कहती हैं, “पहले मेरा घर मिट्टी और खपरैल का था। सरकार ने हमें पक्का मकान दिया। हम लोग इसी में रह रहे हैं। हम बहुत गरीब हैं, खुद का घर नहीं बना सकते हैं। हमारे पुराने कच्चे मकानों में पानी टपकता था, बहुत तकलीफ होती थी। बारिश के दौरान पूरे घर में पानी ही बहता रहता था, हम लोग पानी ही साफ करते रहते थे। पक्का मकान बनने के बाद हमें बड़ा ही आराम हो गया है। इसके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहेंगे।”
इसी इलाके के एक अन्य स्थानीय नागरिक कहते हैं, “पक्का घर मिलने की वजह से हमारी जिंदगी बदल गई। पहले हमारा पूरा घर मिट्टी और खपरैल का था। बारिश में पूरे घर में पानी ही पानी दिखाई देता था। अब आवास मिलने की वजह से हमें बड़ी ही सहूलियत हो गई है।”
चपाली देवी बताती हैं कि पहले मिट्टी और खपरैल के घर होने की वजह से पानी टपकता था। सरकारी आवास मिलने की वजह से हमें बड़ी आसानी हो गई है। अब किसी बात की चिंता नहीं रहती। हमें आवास मिलने पर हम प्रधानमंत्री मोदी को ढेर सारा शुक्रिया कहना चाहेंगे। उनकी वजह से ही हमारी जिंदगी में बदलाव आया है।
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