प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को अचानक पंजाब के आदमपुर एयरबेस में वायुसेना के अधिकारियों और जवानों के बीच पहुंचने पर मध्य प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सेना के जवानों के बीच पहुंचने से उनका मनोबल बढ़ता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को जवानों से संवाद किया। मंत्री विजयवर्गीय ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जब सेना के बीच जाते हैं तो सैनिकों का मनोबल बढ़ता है। एक वाकये का जिक्र करते हुए विजयवर्गीय ने बताया कि उनके एक मित्र हैं जो सैन्य अधिकारी हैं। उनके मित्र ने बताया जब प्रधानमंत्री मोदी ने उनके कंधे पर हाथ रखा तो उनकी ऊर्जा दस गुना हो गई। प्रधानमंत्री इस मामले में चिंता करते हैं, चिंतन करते हैं और आक्रामक कदम भी उठाते हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि प्रधानमंत्री दीपावली सैनिकों के बीच मनाते हैं, वह सिर्फ दीपावली नहीं मनाते, बल्कि उनकी दिनचर्या का अध्ययन करते हैं। उनके खानपान को जानते हैं, उन्हें क्या असुविधा है, उसे देखते हैं और उसे भी पूछते हैं। प्रधानमंत्री मोदी देश के पिता के तौर पर अपनी भूमिका को अच्छी तरह से निभाते हैं। वह कहते हैं कि मैं प्रथम सेवक हूं, इस तरह वे प्रथम सेवक के साथ सभी की चिंता भी करते हैं।
वहीं राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने वही किया जो वह कहते हैं। ‘जो हमें छेड़ेगा, उसे हम छोड़ेंगे नहीं।’ संयम के साथ भारत ने पाकिस्तान को जवाब दिया है। उसके बाद प्रधानमंत्री सैनिकों के बीच पहुंचे हैं, क्योंकि हमारा मानना है कि सेना, देश का विश्वास है। बीते रोज पीएम मोदी ने सेना को सलाम किया और आज वह सेना के बीच में हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालत में भारतीय सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन किया है। आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या की तो भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों को जमीन में मिलाने के साथ 100 आतंकवादियों को भी मार गिराया। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने हवाई हमले किए, जिन्हें भारत की वायु सेना ने नाकाम कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार की रात को देश के नाम दिए गए संदेश में साफ कर दिया है कि बात आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर पर होगी।