प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपनी दो दिन की यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे। उनका स्वागत मॉरीशस के सर सीवसागर रामगुलाम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य रूप से किया गया। भारतीय प्रधानमंत्री के आगमन के बाद स्थानीय लोग उनकी एक झलक पाने के लिए उत्सुक थे। हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जहां भारतीय समुदाय के सदस्य और अधिकारी मौजूद थे। इसके बाद, पीएम मोदी ओबेरॉय होटल पहुंचे, जहां उन्होंने लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने होटल में मौजूद लोगों से हाथ मिलाया और उनके साथ बातचीत की।
इस पल को वहां मौजूद लोगों ने कैमरे में कैद किया। वीडियो में पीएम मोदी का सरल और सहज स्वभाव नजर आ रहा था, जब वह स्थानीय लोगों से मिलकर उनका अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं। उनके इस व्यक्तिगत स्नेहिल व्यवहार को देखकर लोग बेहद खुश थे।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के निमंत्रण पर 12 मार्च को राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
यह यात्रा भारत-मॉरीशस संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि 2015 के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस की पहली यात्रा है।
उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के विजन सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) को रेखांकित किया था और हिंद महासागर क्षेत्र में सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान मॉरीशस के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करेंगे। वह वहां के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों से भी मिलेंगे। इसके अलावा, वह भारतीय मूल के समुदाय के सदस्य से भी बातचीत करेंगे, जो मॉरीशस के समाज और संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के एजेंडे में दो प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन भी शामिल है: सिविल सर्विस कॉलेज और क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र। इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण भारत की अनुदान सहायता से हुआ है और यह दोनों देशों के बीच विकास साझेदारी को और प्रगाढ़ करेगा।
इस यात्रा के दौरान कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जो समुद्री सुरक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, लघु और मध्यम उद्यमों, और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देंगे। प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा से भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति को भी समर्थन मिलेगा, जिसका उद्देश्य भारत के पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को मजबूत करना है।
राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारतीय रक्षा बलों की भागीदारी भी एक खास आकर्षण होगी। भारतीय नौसेना का एक दल, भारतीय नौसेना का जहाज, भारतीय वायु सेना का हेलीकॉप्टर, आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम और एनसीसी कैडेटों का एक समूह भी इस कार्यक्रम में शामिल होगा।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यह भी पुष्टि की कि भारत और मॉरीशस एक तकनीकी समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, जो दोनों देशों के बीच व्हाइट-शिपिंग जानकारी साझा करने से संबंधित होगा। यह समझौता मॉरीशस की समुद्री सुरक्षा को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा, उसके व्यापारिक गलियारों की सुरक्षा करेगा और अवैध गतिविधियों को रोकने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह मॉरीशस की समुद्री डोमेन जागरूकता को बेहतर बनाएगा और क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करेगा।
विदेश सचिव ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री रामगुलाम कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिन्हें भारतीय सहायता से क्रियान्वित किया गया है, और दोनों देशों के बीच व्यापार, क्षमता निर्माण और छोटे एवं मध्यम उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होंगे।”
भारत और मॉरीशस के बीच उच्चस्तरीय जुड़ाव की यह यात्रा उनके रिश्तों को और मजबूत करेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 2024 में मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस के लिए मुख्य अतिथि थीं और मॉरीशस ने पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भी भाग लिया है।
मॉरीशस 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए एक ‘विशेष आमंत्रित’ था और इसके दौरान भारत और अन्य देशों के साथ वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन का सह-शुभारंभ किया गया था। यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच स्थायी और मजबूत रिश्तों का प्रतीक है और उनकी रणनीतिक साझेदारी में एक नया अध्याय जोड़ती है।