जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव कृष्ण कुमार को बुधवार को जीरा उपमंडल के रुक्नेवाला गांव के दौरे के दौरान किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा, जहां तटबंध की हालत खराब हो गई है, जिससे आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के रुक्नेवाला गांव में आये थे। जब वह वहां पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की तो उनमें से कुछ ने कथित तौर पर उनके साथ “दुर्व्यवहार” किया, जिसके बाद वह वहां से चले गए।
जीरा से आप विधायक नरेश कटारिया द्वारा अपने निर्वाचन क्षेत्र में बाढ़ के लिए विभागीय अधिकारियों को दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद यह खबर आई है। बलात्कार के एक मामले में गिरफ्तारी से बच रहे सनौर से आप विधायक हरमीत सिंह पठानमाजरा ने कुमार पर घग्गर नदी के किनारों को मजबूत करने के उनके सुझावों को बार-बार नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया था।
रुक्नेवाला गांव के तरलोक सिंह ने बताया कि बाढ़ को रोकने के लिए वे पिछले कई दिनों से खुद ही बांध को मजबूत कर रहे हैं।
तरलोक ने बताया कि जब उन्होंने कुमार से सतलुज की धारा को संभालने के लिए पत्थर के बक्सों का इस्तेमाल करके तटबंधों को मज़बूत करने का अनुरोध किया, तो अधिकारी ने जवाब दिया कि अभी यह संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “इस पर कुछ गाँव वालों ने उनसे बहस शुरू कर दी, जिसके बाद वह चले गए।” ज़ीरा के एसडीएम अरविंदर सिंह ने कहा कि प्रशासन को अधिकारी के दौरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। — ओसी
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