पेरिस, फ्रांस में रह रहे भारतीय प्रवासियों ने कश्मीर में शांति की मांग को लेकर पेरिस में पाकिस्तान दूतावास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। 1947 में पाकिस्तान द्वारा कश्मीर पर आक्रमण के 75वें वर्ष के मौके पर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया गया।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पेरिस के आस पास रहने वाले भारतीय मूल के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने किया, साथ ही विभिन्न भारतीय प्रवासी संघों के सदस्यों ने भी इसमें हिस्सा लिया। इस अवसर पर निर्वाचित प्रतिनिधियों में मोंटमैगनी शहर के नगर पार्षद सेल्वा अन्नामले और एरागनी शहर के नगर पार्षद फ्रेडी पैटर मौजूद थे। दोनों ने पाकिस्तान से कश्मीर में आतंक का निर्यात बंद करने का आह्वान किया।
इसी तरह, प्रदर्शनकारियों ने कश्मीर में शांति भंग करने और क्षेत्र में इस्लामी कट्टरपंथ फैलाने की अपनी निरंतर नीति के लिए पाकिस्तान की निंदा की। उन्होंने कश्मीर पर पाकिस्तान के आक्रमण के समय और कश्मीर क्षेत्र में विकास गतिविधियों में बाधा डालने के उसके प्रयासों पर पोस्टर भी प्रदर्शित किए।
वक्ताओं ने जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में किए गए तेज गति से विकास गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर भारत और फ्रांस के झंडे फहराए गए और दोनों देशों का राष्ट्रगान गाया गया।