हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के सेक्टर-40 के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) का हरियाणा सेक्टर्स कन्फेडरेशन के बैनर तले एक निजी कॉलोनी में बिजली आपूर्ति के लिए अवैध रूप से बिछाई गई हाई टेंशन (एचटी) लाइन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आज 50वें दिन में प्रवेश कर गया। निवासियों ने आरोप लगाया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) या एचएसवीपी का कोई भी अधिकारी उनके सेक्टर में अवैध रूप से बिजली केबल बिछाने की बात स्वीकार नहीं कर रहा है।
प्रदर्शनकारी सदस्यों ने चेतावनी दी कि अगर उनके सेक्टर से ये तार नहीं हटाए गए तो वे सेक्टर-40 स्थित धरना स्थल से शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के आवास तक विशाल कैंडल मार्च निकालेंगे। उन्होंने कहा कि कैंडल मार्च में अन्य सभी आरडब्लूए के सदस्य भी शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि वे “अवैध” कृत्य के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और कई अधिकारी कई बार प्रदर्शन स्थल पर आ चुके हैं, लेकिन कोई भी निवासियों को संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं है। प्रदर्शनकारी सदस्यों ने कहा कि उन्होंने एक महीने पहले राज्य के शिक्षा मंत्री और उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष सतपाल कंधोल ने कहा कि यूएचबीवीएन के उप-शहरी उपखंड के अधिकारियों ने उनके सेक्टर से सटी निजी कॉलोनी शुभांगन को जोड़ने के लिए 11 केवी फीडर एचटी लाइन बिछाई थी।
कंधोल ने दावा किया कि सेक्टर-40 से होकर गुजरने वाली यह एचटी लाइन पूरी तरह से अवैध है। उन्होंने कहा कि यह एचटी लाइन सेक्टर में 4 मरला के रिहायशी प्लॉट के बहुत करीब बिछाई जा रही है, जो किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।
निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इस लाइन को बिछाने के लिए ठेकेदार से बात की तो वह चला गया, लेकिन 25 नवंबर की रात को लाइन बिछाने में कामयाब रहा।
हरियाणा सेक्टर्स कन्फेडरेशन के जिला संयोजक बलजीत सिंह ने बताया कि सेक्टर 40 में एचटी लाइन बिछाने के बारे में यूएचबीवीएन व एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंताओं सहित विभिन्न अधिकारियों ने मौके का दौरा किया, लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। यहां तक कि एचएसवीपी के ईओ ने कहा कि सेक्टर में बिजली की तारें व खंभे बिछाने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि सेक्टर 7, 8, 18, 24 और 40 के निवासियों को सड़कों की खराब सफाई के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। समन्वयक ने आरोप लगाया कि निवासी एचएसवीपी को उच्च विकास शुल्क का भुगतान कर रहे हैं, लेकिन उस राशि का 10 प्रतिशत भी बुनियादी सुविधाओं पर खर्च नहीं किया जा रहा है।
सेक्टर 7 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष रणधीर सिंह और उपाध्यक्ष रामपत नैनक ने कहा कि सेक्टर 7, 8, 18, 24 और 40 में हजारों लोग रह रहे हैं, लेकिन एचएसवीपी ने अभी तक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण के लिए कोई योजना नहीं बनाई है।