लखनऊ, यूपी के कई हिस्सों में लगातार आज भी अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को जौनपुर और चंदौली में बवाल किया। इस दौरान कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। जौनपुर के सिकरारा थाना क्षेत्र स्थित बरगुदर पुल व लाला बाजार के बीच सवा घंटे तक दो सौ से अधिक युवकों ने जमकर बवाल काटा। सड़क पर लाठी डंडा लेकर उतरे इन युवाओं ने रोडवेज की बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
सिकरारा तथा बक्शा सहित कई क्षेत्रों ने पुलिस बल तैनात किए गए हैं। यहां पर उपद्रवियों ने थाने में खड़ी गाड़ियों को तोड़ा। सिकरारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जौनपुर- प्रयागराज मार्ग पर अग्निपथ का विरोध करने वाले उपद्रवियों ने शनिवार को लालाबाजार से लेकर बरगुदर पुल तक जमकर उत्पात मचाया। सिकरारा थाने के दरोगा की बुलेट व कोबरा की मोटरसाइकिल फूंक दिया। इसके साथ ही मछलीशहर थाने की सरकारी जीप व दो रोडवेज की डिपो सहित आधा दर्जन निजी वाहनों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। इनकी पत्थरबाजी में दो सिपाही भी घायल हुए। यहां पर लगभग दो घंटे तक हंगामा चला, इसके बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भारी फोर्स के साथ पहुंचे तो उपद्रवी फरार हो गए। जौनपुर के ही बदलापुर के पूरामुकुंद गांव के पास उपद्रवियों ने लखनऊ से वाराणसी जा रही चंदौली डिपो की बस से यात्रियों को नीचे उतारकर बस में तोड़फोड़ करने के बाद उसमें आग लगा दी।
बदलापुर के इंदिरा चौक से पश्चिम फत्तूपुर गांव के पास पुलिस व उपद्रव कर रहे लोगों के बीच मुठभेड़ हो गयी। एक तरफ से उपद्रव करने वाले पत्थर चला रहे थे तो दूसरी ओर से पुलिस वाले आंसू गैस के गोले के साथ साथ रबड़ वाली बुलेट भी चलाई गई।
जौनपुर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जौनपुर के नाला बाजार में करीब 250 लड़को ने आगजनी और तोड़फोड़ की है। गांव गांव से लोग आ रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था ठीक है लेकिन गांव से आने के कारण ऐसा हो रहा। जांच की जा रही कुछ चिन्हित भी हुए हैं। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होगी।
उधर, चंदौली के कुचमन रेलवे स्टेशन पर अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे लोगों ने कुचमन रेलवे स्टेशन पर पथराव के बाद तोड़फोड़ की। इन सभी ने पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में स्टेशन मास्टर कार्यालय और केबिन में तोड़फोड़ की। इसके साथ ही कुचमन स्टेशन के पास रेलवे क्रासिंग पर भी उपद्रवियों ने बवाल किया। विरोध प्रदर्शन करने वाले लोगों के जान की परवाह किए बगैर पथराव कर वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
ज्ञात हो कि अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर जवानों की भर्ती की जाएगी, जिसके बाद उनमें से 75 प्रतिशत को पेंशन के बिना अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी। शेष 25 प्रतिशत को नियमित सेवा के लिए बरकार रखा जाएगा। इन जवानों का चयन उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा।
इस कदम के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने रेलगाड़ियों को जला दिया और सड़कों को अवरुद्ध कर योजना को वापस लेने की मांग की।