चंडीगढ़, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को नार्को-गैंगस्टर-आतंकवादी गठजोड़ को रोकने के लिए राज्यों द्वारा एकीकृत कार्रवाई की वकालत की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मादक पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सही समय है कि सभी राज्यों को इस खतरे से निपटने के लिए एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्यों को गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों और आतंकवादियों को खत्म करने पर ध्यान देना चाहिए।
मान ने कहा कि राज्यों द्वारा एक फुलप्रूफ रणनीति बनानी चाहिए और वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए इसे त्रुटिपूर्ण तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस गठजोड़ को देश की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए एक बड़ा खतरा बताया।
उन्होंने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के हितों की रक्षा के लिए इस गठजोड़ को जल्द से जल्द खत्म करने की जरूरत है। यह समय है कि सभी राज्यों को अपने मतभेदों को दूर करना चाहिए और सांठगांठ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने राज्य में फोरेंसिक प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार को समर्थन और सहयोग की पेशकश भी की।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद कंटीले तार के दूसरी तरफ से ड्रग्स, हथियारों और अन्य की तस्करी के बड़े खतरे के बावजूद, पंजाब में ड्रग्स की जांच के लिए ऐसी कोई प्रयोगशाला नहीं है।
मान ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रयोगशाला की स्थापना में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।