मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को सुल्तानपुर लोधी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को भविष्य में बाढ़ को रोकने के लिए ब्यास नदी से गाद निकालने का आदेश दिया।
उन्होंने अधिकारियों से नदी के दोनों किनारों पर तटबंधों को मजबूत करने की संभावना तलाशने को भी कहा। मान ने कहा कि बाढ़ के कारण नुकसान झेलने वाले किसानों को मुआवजा देने के लिए विशेष गिरदावरी (फसल नुकसान का आकलन) शुरू की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने पहले हेलीकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और फिर बाउपुर पुल का दौरा किया, जहाँ उन्होंने किसानों, ग्रामीणों और अधिकारियों से बातचीत की। वे वहाँ आधे घंटे तक रहे।
उनके साथ राजस्व मंत्री हरदीप सिंह मुंडियन और आप के राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल भी थे। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने भी आज दोपहर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
12 अगस्त को ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण बाऊपुर के निकट भैणी बहादुर गांव में अस्थायी बांध टूट गया, जिससे कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी के 17 गांव जलमग्न हो गए।
बाद में बाढ़ से प्रभावित गांवों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। निचले इलाकों में कई स्थानों पर हुई दरारों के कारण स्थिति नियंत्रण में है। किसान सतर्क हो गए हैं।
बाउपुर और आसपास के गांवों में पानी घरों में घुस गया है, जिससे नाव ही परिवहन का एकमात्र साधन रह गया है। मुख्यमंत्री ने विशेष गिरदावरी की आवश्यकता पर बल दिया ताकि फसलों, मकानों या मवेशियों के मामले में नुकसान उठाने वालों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि भविष्य में बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु इंजीनियरों को तैनात किया जाए। सीचेवाल ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने विशेष गिरदावरी के निर्देश दिए हैं और भविष्य में बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ठोस समाधान करने को कहा है।