केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने मासिक स्राव के दौरान महिला कर्मचारियों को एक दिन की पेड लीव के राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि ये एक अच्छा कदम है और इसकी पूरी तरह से सराहना की जानी चाहिए।
उन्होंने ये भी कहा कि नियम सिर्फ कागजों में न रह जाएं, असल में इसका सही तरीके से पालन होना चाहिए, खासकर गारमेंट सेक्टर जैसी जगहों पर, जहां बहुत सारी महिलाएं काम करती हैं। सभी सेक्टर में ये नियम लागू होना बहुत जरूरी है।
शोभा करंदलाजे ने कहा कि सिद्धरामय्या सरकार घोषणाएं तो बहुत करती है, लेकिन उन्हें पूरा करना उतना ही जरूरी है। अगर घोषणा सिर्फ घोषणा ही रह जाए, तो आम जनता को फायदा नहीं मिलेगा। इस फैसले को भी सरकार को सही तरीके से लागू करना होगा।
वहीं मुख्यमंत्री की डिनर पार्टी और कैबिनेट में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि सरकार के अपने ही एमएलए खुश नहीं हैं। वे इधर-उधर भटक रहे हैं और इसी वजह से बदलाव किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे लिए मुख्यमंत्री कौन है, इससे ज्यादा जरूरी यह है कि राज्य में विकास का काम होना चाहिए। लेकिन वो विकास का काम सही तरीके से नहीं हो रहा है।
शोभा करंदलाजे ने इस पर भी चिंता जताई कि यहां तक आने के लिए सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी पूरी तरह से मौजूद नहीं हैं। अगर सड़कें नहीं होंगी, तो निवेशक कहां आएंगे? उन्होंने कहा कि सिर्फ गारंटी और दिखावे के नाम पर पैसा खर्च हो रहा है और फंड डाइवर्ट हो रहे हैं, जिससे असली विकास रुका हुआ है। उनका कहना है कि ये हालात राज्य के लिए नुकसानदेह हैं और ऐसी सरकार के चलते कर्नाटक में विकास सही गति से नहीं हो रहा।
शोभा करंदलाजे ने कहा कि चाहे मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या हों या डीके शिवकुमार, मुख्य बात यह है कि राज्य में विकास होना चाहिए। सरकार को घोषणाओं पर नहीं, असली काम पर ध्यान देना चाहिए। नियमों और फैसलों का सही तरीके से पालन होना भी जरूरी है ताकि आम जनता लाभान्वित हो सके।
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